जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में बैंक में घुसकर हुई विजय कुमार की हत्या के बाद श्रीनगर एयरपोर्ट पर गैर स्थानीय, कश्मीर पंडित कर्मचारियों और प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले अन्य हिंदुओं की भारी भीड़ जुटी हुई है. कश्मीर में बढ़ रही आतंकी घटनाओं के बाद ये लोग वहां से पलायन करना चाहते हैं.
वहीं एयरपोर्ट प्रशासन की ओर से भीड़ की खबर का खंडन किया गया है. श्रीनगर एयरपोर्ट की ओर से कहा गया है, "हम सनसनीखेज अफवाह फैलाने वालों का कड़ा खंडन करते हैं. हम प्रतिदिन 16,000 से 18,000 यात्रियों को संभालते हैं. आज भी यात्रियों की संख्या औसत है. अल्पसंख्यक समुदाय की कोई भारी भीड़ नहीं है."
KFF ने ली बैंक कर्मी की हत्या की जिम्मेदारी
आतंकी संगठन कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स ने कुलगाम में बैंककर्मी की हत्या की जिम्मेदारी ली है. आतंकी संगठन ने पत्र जारी कर कहा कि ''कुलगाम में हमारे कैडर ने खुफिया जानकारी पर आधारित ऑपरेशन को अंजाम दिया. इसमें एक बैंक कर्मी विजय कुमार की मौत हो गई.
जम्मू और श्रीनगर में प्रदर्शन
कश्मीर में टारगेट किलिंग की बढ़ती घटनाओं को लेकर जम्मू में डोगरा फ्रंट और श्रीनगर में आवामी आवाज ने विरोध प्रदर्शन किया था. इनकी मांग है कि केंद्र सरकार कश्मीरी पंडितों और अल्पसंख्यकों को सुरक्षा मुहैया कराए और टारगेट किलिंग की घटनाओं को रोके.
बैंक में घुसकर की हत्या
गुरुवार को आतंकियों ने कुलगाम में एक बैंक में घुसकर मैनेजर विजय कुमार को गोली मार दी. विजय कुमार राजस्थान के रहने वाले थे. उनकी तीन महीने पहले ही शादी हुई थी. विजय कुमार कुलगाम के मोहनपोरा में इलाकी देहाती बैंक मे तैनात थे. विजय कुमार पर हमले का वीडियो भी सामने आया है. इसमें देखा जा सकता है कि एक आतंकी बैंक में दाखिल होता है. वह कुछ देर तक बैंक के गेट पर खड़े होकर इंतजार करता है. इसके बाद पिस्टल निकालकर विजय कुमार पर फायरिंग कर देता है.
राजस्थान के रहने वाले थे विजय कुमार
विजय कुमार बेनीवाल जिले के नोहर तहसील गांव भगवान के रहने वाले थे. उनके पिता का नाम ओमप्रकाश बेनीवाल है. वे एक टीचर हैं. विजय कुमार की तीन महीने पहले ही शादी हुई थी. उनकी मौत की खबर सुनकर गांव में मातम छा गया. राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने विजय कुमार की मौत पर शोक जताया. साथ ही उन्होंने लिखा कि केंद्र सरकार कश्मीर में शांति बहाल करने में असफल रही है.