सियासी गलियारों में घमासान मचाने वाला मसरत आलम कौन है? क्यों उसकी रिहाई
पर इतना हंगामा हो रहा है? मसरत ने क्या किया था जिस वजह से उसे जेल जाना
पड़ा था? आखिर कौन है मसरत आलम भट्ट? ये हैं मसरत आलम से जुड़े कुछ तथ्य:
- मसरत आलम भट्ट की पहचान देश विरोधी कट्टरपंथी नेता के रूप में की जाती है.
- मसरत आलम को अलगाववादी हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी का करीबी माना जाता है.
- मसरत पर 2008-2010 के बीच पत्थरबाजी के आतंक की साजिश रचने का आरोप लगाया था और उस पर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 10 लाख का रुपये का इनाम भी रखा था.
- मसरत आलम के खिलाफ युद्ध छेड़ने के अलावा दर्जनों मामले दर्ज हैं.
- आलम देश विरोधी विचारों को फैलाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करता था. वो मस्जिदों में एंटी-इंडिया की ऑडियो सीडी बांटकर लोगों को भड़काया करता था.
- उसने साइंस में ग्रेजुएट की हुई है, वो फर्राटेदार अंग्रेजी भी बोलता है.
- 1990 में हिजबुल्लाह उग्रवादी संगठन का कमांडर बनाया गया था.
- 2008 के अमरनाथ भूमि आंदोलन के दौरान करीब 100 युवक पत्थरबाजी के दौरान मारे गए थे. वह उस आंदोलन का मास्टरमाइंड था.
- उसे चार महीनों की तलाश के बाद अक्टूबर 2010 में पकड़ा गया था. मसरत पर संवेदनशील इलाकों में भड़काऊ भाषण के आरोप भी इस पर लगे थे.
2010 में अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में उसने बताया था कि वो बचपन से ही पत्थर फेंक कर विरोध जताया करता था. उसने बताया कि कश्मीर में वर्ष 1980 से पत्थर फेंककर विरोध जताया जाता है. ये श्रीनगर में एक आम बात थी. उसने बताया कि सर्दियों में हम कंगरी फेंका करते थे. कंगरी का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर के लोग सर्दियों में अपने शरीर को गर्म रखने के लिए करते हैं. उसने इंटरव्यू के दौरान कहा था कि भारत एक अत्याचारी देश है और उसने 1947 के बाद यहां पर कब्जा कर लिया है. भारत को यहां से जाना चाहिए. जम्मू-कश्मीर के लोग इतने समझदार है कि वो अपने राष्ट्र के भविष्य का फैसला कर सकते हैं.