जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के पंजगाम सेक्टर में आर्मी कैंप पर गुरुवार सुबह बड़ा आतंकी हमला हुआ है. आत्मघाती आतंकी हमले में एक कैप्टन, एक जेसीओ और एक जवान शहीद हो गए. सुरक्षाबलों के ऑपरेशन में दो आतंकी भी मारे गए. इस हमले के बाद रक्षा विशेषज्ञों में काफी गुस्सा दिख रहा है, कई विशेषज्ञों ने पाकिस्तान को खरी-खोटी सुनाई है.
सहवाग ने भी जताया दर्द
कुपवाड़ा हमले के बाद पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने भी ट्वीट कर दुख जताया. सहवाग ने ट्वीट किया कि जब हम सो रहे थे तब तीन जवान शहीद हो गये, इसके साथ ही 3 परिवारों के सपने भी टूट गये. अब ये रुकना चाहिए.
3 soldiers martyred, dreams of 3 families shattered, as we were sleeping . Whatever be the solution,this now has to end somewhere.#Kupwara
— Virender Sehwag (@virendersehwag) April 27, 2017
जड़ को करना होगा खत्म
रक्षा विशेषज्ञ राज कादयान ने हमले के बाद कहा कि इस तरह के हमले को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि यह इलाका एलओसी के नजदीक है, इसलिये यहां हमले होते हैं. इनको रोकने के लिए वहां जाना पड़ेगा जहां से हमले होते हैं, हमें पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा एक्शन लेना होगा.
पाकिस्तानी सेना दे रही है साथ
रक्षा विशेषज्ञ अनिल गौर ने कहा कि बार बार ऐसा हमला क्यों हो रहा है, आर्मी कैंप पर हमला होना यह बताता है कि ये फिदायीन पाकिस्तानी आर्मी के साथ मिलकर हमले कर रहे हैं. क्योंकि ये स्पेशल फोर्स पर अटैक करेंगे तो इनका नुकसान ज्यादा होता है, इसलिए इन्होंने ये तरीका अपनाया है.
पॉलिसी में बदलाव जरूरी
सुनील देशपांडे ने कहा कि इन आतंकवादियों की हिम्मत कैसे होती है ये आर्मी कैंप पर हमला करें. उन्होंने कहा कि हमारी पॉलिसी में थोड़ी ढील आई है, हमें आर्मी के आक्रामक रवैये को बरकरार रखना चाहिए. हमारी पॉलिसी को सॉफ्ट नहीं होना चाहिए.
जब तक डिफेंसिव रहेंगे तो ऐसा ही होगा
जनरल अशोक मेहता ने कहा कि जब तक आप डिफेंसिव रहेंगे और कोई एक्शन नहीं लेंगे तो ऐसा ही होता रहेगा. आतंकवादी सेना में भी चुनकर यूनिट पर हमला कर रहे हैं. अशोक मेहता ने कहा कि बस दो-चार दिन हल्ला होगा, फिर माहौल वैसा ही हो जाएगा.