scorecardresearch
 

लश्कर की धमकी: कश्मीर में सुरक्षाबलों के लिए बेहद मुश्किल होगा साल 2018

लश्कर प्रवक्ता गजनवी ने कहा कि पाकिस्तान में कश्मीर के 'संघर्ष' का समर्थन करने के लिए 'नैतिक और कानूनी' दायित्व है, जो विभाजन का एक 'अधूरा' एजेंडा है.

Advertisement
X
फाइल फोटो
फाइल फोटो

Advertisement

एक तरफ भारतीय सेना कश्मीर घाटी में आतंकियों का सफाया कर रही है, तो दूसरी तरफ मुंबई हमले को अंजाम देने वाले आतंकी संगठन लश्कर-ए तैयबा ने सुरक्षाबलों को ललकारा है. लश्कर ने कहा है कि यह साल कश्मीर घाटी में भारतीय सुरक्षाबलों के लिए मुश्किल होने वाला है.

लश्कर की कश्मीर आधारित ऑनलाइन मैग्जीन Wyeth में संगठन के प्रवक्ता डॉ अब्दुल्ला गजनवी का इंटरव्यू लगाया गया है. अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक, इस इंटरव्यू में गजनवी ने दावा किया है कि लश्कर-ए-तैयबा आम आदमी का संघर्ष है और संगठन जम्मू-कश्मीर की अवाम की सोच का प्रतिनिधित्व करता है. इंटरव्यू में गजनवी की तरफ से कहा गया कि साल 2018 कश्मीर घाटी में भारतीय सुरक्षाबलों के लिए मुश्किल होने वाला है.

लश्कर प्रवक्ता गजनवी ने एक बार फिर कश्मीर के हालात पर अपना समर्थन दिया. गजनवी ने कहा कि पाकिस्तान में कश्मीर के 'संघर्ष' का समर्थन करने के लिए 'नैतिक और कानूनी' दायित्व है, जो विभाजन का एक 'अधूरा' एजेंडा है.

Advertisement

बता दें कि कश्मीर में आतंक के खिलाफ सेना का ऑपरेशन ऑल आउट चल रहा है. 2017 में इस ऑपरेशन को लॉन्च करने के बाद सुरक्षाबल बड़ी संख्या में आतंकियों को मौत के घाट उतार चुके हैं. रमजान में सीजफायर के बाद सुरक्षाबलों ने एक बार फिर आतंकियों के खिलाफ एक्शन सख्त कर दिया है.

शुक्रवार (22 जून) सुबह ही दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई. इलाके में कई घंटे चली मुठभेड़ में 4 आतंकी मारे गए. इससे पहले गुरुवार को भी सेना ने पुलवामा के त्राल में 3 आतंकियों को मार गिराया था.

Advertisement
Advertisement