जम्मू-कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा किसी बड़े आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है. यही कारण है कि बीते कुछ समय से घाटी में आतंकियों के घुसपैठ की कोशिशें बढ़ गई हैं. खुफिया एजेंसियों ने आतंकियों का कॉल इंटरसेप्ट करने में कामयाबी हासिल की है, जिसमें हथियार सप्लाई को लेकर गंभीर खुलासे हुए हैं. बताया जाता है कि आतंकी संगठन अपने लड़ाकों तक हथियारों की खेप पहुंचाने के लिए कोड वर्ड का इस्तेमाल कर रहा है.
खुफिया एजेंसियों ने पता लगाया है कि जम्मू-कश्मीर में लश्कर कमांडर अबू दुजाना इसे पूरे वारदात की प्लानिंग कर रहा है. लश्कर के आतंकी हथियारों की सप्लाई के लिए 'अहमद वाला काम' नाम के कोड वर्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं. इस खुफिया जानकारी के मिलते ही जम्मू-कश्मीर में सभी सुरक्षा बलों को अलर्ट कर दिया गया है.
दुजाना और सैफुल्लाह की बातचीत इंटरसेप्ट
बताया जाता है कि एजेंसी ने जिन कॉल्स को इंटरसेप्ट किया है, उसमें अबू दुजाना पाकिस्तान से लश्कर कमांडर सैफुल्लाह साजिद जट से बात कर रहा है. इसमें सैफुल्लाह अबू दुजाना से हथियार लेने और उसको सही जगह पहुंचाने की बात कर रहा है. इस बातचीत में दोनों 'अहमद वाला काम' कोड वर्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं.
स्थानीय लोगों की मदद ले रहा लश्कर
एक ओर जहां खुफिया एजेंसी इस इंटरसेप्ट के बाद सर्तक हो गई हैं और कोड वर्ड्स को डिकोड करने में जुट गई हैं, वहीं शक है कि लश्कर हथियारों की सप्लाई में स्थानीय लोगों की भी मदद ले रहा है. रिपोर्ट से यह भी खुलासा हुआ है कि जम्मू-कश्मीर में मौजूद लश्कर कमांडर तल्हा से लश्कर के आतंकी को अलग-अलग जगह हथियार भेजे जाने के निर्देश मिल रहे हैं.
घाटी में दुजाना के साथ मौजूद हैं 10 आतंकी
यही नहीं, आतंकी से यह भी कहा जा रहा है कि वह किसी अनजान जगह जाकर बात करे. तल्हा जम्मू-कश्मीर में लश्कर कमांडर है, जो दुजाना के साथ मिलकर एक बार फिर सेना और सुरक्षाबलों पर हमला कर सकता है. एजेंसी की रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि अबू दुजाना 10 लश्कर आतंकियों के साथ घाटी में मौजूद है, जिसमें एहसान उर्फ अबू और अली खालिद उर्फ सफी दुलिया पॉइंट में रहकर AK-47 की मांग कर रहे हैं.