जम्मू कश्मीर में चार नेताओं को नजरबंदी से रिहा कर दिया गया है. इनमें नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के अब्दुल मजीद लारमी, गुलाम नबी भट्ट, डॉ. मोहम्मद शफी और मोहम्मद यूसुफ भट्ट शामिल हैं. 5 अगस्त 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद से इन्हें नजरबंद किया गया था.
इससे पहले 17 जनवरी को जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने हिरासत में रखे गए नेताओं को रिहा करने की चल रही प्रक्रिया के तहत एक पूर्व मंत्री समेत चार पूर्व विधायकों को रिहा किया था. इन रिहा किए गए नेताओं में हाजी अब्दुल रशीद, नजीर अहमद गुरेजी, मोहम्मद अब्बास वानी और पूर्व मंत्री अब्दुल हक खान शामिल थे.
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इससे भी पहले पांच नेताओं को रिहा कर दिया गया था, जिसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता अल्ताफ कालू, शौकत गनई और सलमान सागर और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेता निजामुद्दीन भट्ट और मुख्तार बंध शामिल थे. सलमान सागर श्रीनगर नगर निगम के मेयर रह चुके हैं.
बताया जा रहा है कि इन नेताओं की रिहाई के साथ वर्तमान में कश्मीर घाटी में हिरासत में 17 नेता बचे हैं, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती शामिल हैं.
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आपको बता दें कि इन नेताओं को अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से हिरासत में रखा गया है. मोदी सरकार ने 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटा दिया था और जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म कर दिया था. इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदेशों यानी जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया था.