जम्मू और कश्मीर की पुर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती फिर विवादों में है. इस बार उन्होंने भारतीय सेना के अधिकारी और शौर्य चक्र विजेता मेजर रोहित शुक्ला के बारे में एक अखबार से बात करते हुए कहा कि मैंने मेजर शुक्ला की बहादुरी के बारे में सुना है, लेकिन यह बहादुरी नहीं है जब आप अपने शिविर में बच्चों को बुलाते हैं और उन्हें बेरहमी से पीटते हैं. महबूबा के इस बयान के बाद घाटी का सियासी पारा बढ़ गया. राज्य के राज्यपाल समेत शहीद राइफलमैन औरंगजेब के पिता ने भी महबूबा के बयान की निंदा की.
दरअसल, पिछले साल आतंकी समीर टाइगर को ढेर करने वाले मेजर रोहित शुक्ला, शहीद राइफलमैन औरंगजेब की निर्मम हत्या के सिलसिले में तौसीब नाम के एक युवक से पूछताछ की थी. इस पूछताछ के बाद मेजर शुक्ला पर तौसीब को बेरहमी से पीटने का आरोप लगा.
Kashmir is a political issue and can't be resolved through military power . Army men hailed as heroes for their bravery also need to be held accountable if they commit human rights violations .
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) February 6, 2019
कोर कमांडर तक मामला ले जाऊंगी
पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा कि तौसीब को पहले शदीमर्ग सेना कैंप में बुलाया गया, फिर उससे पीटा गया और एनकाउंटर करने की धमकी दी गई. उन्होंने कहा कि मैं राज्यपाल और मुख्य कमांडर से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग कर रही हूं. मेजर शुक्ला इस घटना के लिए जवाबदेह हैं और मैं इस मामले को कोर कमांडर तक ले जाऊंगी. तौसीब का भाई भी सेना में है. यदि आप उनके परिवार के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं, तो सामान्य (नागरिक) कश्मीरी का क्या होगा?
हिज़्बुल कमांडर समीर टाइगर का एनकाउंटर करने वाले मेजर रोहित शुक्ला पर महबूबा मुफ़्ती द्वारा दिए गए बयान पर भड़के शहीद औरंगजेब के पिता मोहम्मद हनीफ। कहा- 'कश्मीर को मिनी-पाकिस्तान बनाना चाहती हैं PDP प्रमुख' #ReporterDiary (@sunilJbhat)
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— आज तक (@aajtak) February 6, 2019
कश्मीर को मिनी पाकिस्तान बनाना चाहती थी महबूबा
वहीं, शहीद औरंगजेब के पिता और भाजपा सदस्य मोहम्मद हनीफ ने मेजर शुक्ला को निशाना बनाने के लिए महबूबा मुफ्ती पर हमला बोला. इंडिया टुडे से खास बातचीत करते हुए शहीद के पिता ने कहा कि महबूबा, कश्मीर को मिनी पाकिस्तान में बदलने की कोशिश कर रही थीं. शहीद के पिता मेजर शुक्ला की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने सही काम किया है. फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती समेत जो लोग पाकिस्तान के साथ बातचीत की वकालत कर रहे हैं, उन्हें देश छोड़ देना चाहिए.
J&K Gov on Mehbooba Mufti's remark: Chunaav ka waqt hai, unki party toot rahi hai, kharab haal mein hai. Wo isi kism ke support se taakat mein aayi thi, unko seriously lene ki zarurat nahi. Humare suraksha balon ka kisi Mehbooba Mufti ji ke bayan se manobal nahi girne diya jayega pic.twitter.com/PlI94l26l1
— ANI (@ANI) February 6, 2019
राज्यपाल बोले- उनको गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं
महबूबा के इस बयान पर राज्य के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि चुनाव का वक्त है, उनकी पार्टी टूट रही है, खराब हाल में है. वो इसी किस्म के सपोर्ट से ताकत में आई थीं. उनको गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है. हमारे सुरक्षा बलों का किसी महबूबा मुफ्ती जी के बयान से मनोबल नहीं गिरने दिया जाएगा.
महबूबा के बयान को उमर का समर्थन
महबूबा मुफ्ती के बयान का समर्थन करते हुए उमर अब्दुल्ला ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राज्यपाल का बयान अस्वीकार्य है और राजनीति में एक अनावश्यक हस्तक्षेप है. ऐसा बयान देने से पहले उन्हें सोचना चाहिए.