scorecardresearch
 

महबूबा मुफ्ती ने फिर की पाकिस्तान की वकालत, कहा- इमरान खान को मिलना चाहिए एक मौका

भारत इससे पहले भी पाकिस्तान को कई बार आतंकी हमलों के बाद सबूत दे चुका है. फिर चाहे उरी का हमला हो या फिर पठानकोट एयरबेस पर हुआ आतंकी हमला. लेकिन पाकिस्तान ने एक बार भी आतंक के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया.

Advertisement
X
महबूबा मुफ्ती (फाइल फोटो)
महबूबा मुफ्ती (फाइल फोटो)

Advertisement

पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत ने बगैर किसी सबूत के हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि अगर भारत के पास पाकिस्तान के खिलाफ कोई सबूत हैं तो वह हमें सौंपे, हमारी सरकार गारंटी से उस पर कार्रवाई करेगी. इसके जवाब में जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने इमरान खान को एक मौका देने की वकालत की है.

महबूबा मुफ्ती ने इमरान के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, 'असहमत, पठानकोट का डोजियर इनको सौंपा गया था. लेकिन दोषियों को सजा दिलाने के लिए कोई एक्शन नहीं हुआ. लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को एक मौका मिलना चाहिए क्योंकि वह चुनकर आए हैं. जाहिर तौर पर जंग-नारे सिर्फ आगामी चुनाव के लिए दिए जा रहे हैं, इससे ज्यादा उनका कोई मतलब नहीं है.'

Advertisement

बता दें कि भारत इससे पहले भी पाकिस्तान को कई बार आतंकी हमलों के बाद सबूत दे चुका है. फिर चाहे उरी का हमला हो या फिर पठानकोट एयरबेस पर हुआ आतंकी हमला. लेकिन पाकिस्तान ने एक बार भी आतंक के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया, बल्कि अपनी जमीन को आतंकियों की पनाहगाह बनने दिया.

पुलवामा हमले की जिम्मेदारी भी पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है जिसका सरगना मौलाना मसूद अजहर पाकिस्तान में खुला घूम रहा है. इसके अलावा मुंबई आतंकी हमले का मास्टर माइंड और लश्कर सरगना हाफिज सईद के खिलाफ भी कई बार सबूत पाकिस्तान को सौंपे जा चुके हैं, लेकिन उस पर भी पाकिस्तान की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

क्या था इमरान का बयान

पाकिस्तान के PM इमरान ने अपने बयान में कहा कि पुलवामा हमले में जैश-ए-मोहम्मद के शामिल होने के सबूत अगर भारत दे तो वह कार्रवाई करने को तैयार हैं. भारत बिना किसी सबूत के पाकिस्तान पर आरोप लगा रहा है. उन्होंने दावा किया कि नए पाकिस्तान में दहशतगर्दी के लिए कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान खुद आतंकवाद का सबसे बड़ा शिकार रहा है और आतंकवाद की वजह से देश के 70,000 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.

Advertisement

इमरान ने कहा कि जब भी वह बातचीत का मसला उठाते हैं तो भारत पहले आतंकवाद पर बातचीत करने की शर्त रख देता है. हम बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन भारत को यह देखना होगा कि कश्मीर में क्या हो रहा है. उन्होंने कहा कि भारत में आम चुनाव आने वाले हैं, इसलिए जंग का माहौल बनाया जा रहा है.

Advertisement
Advertisement