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जम्मू-कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं महबूबा मुफ्ती

राज्यपाल एनएन वोहरा 56 वर्षीय महबूबा को 11 बजे दिन में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे, जो राज्य की 13वीं मुख्यमंत्री होंगी.

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महबूबा मुफ्ती
महबूबा मुफ्ती

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महबूबा मुफ्ती सोमवार को जम्मू-कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री की शपथ लेंगी. उनकी पार्टी पीडीपी के पहले की टीम में बदलाव की कोई संभावना नहीं है, वहीं उनकी सहयोगी बीजेपी अपने मंत्रिपरिषद् के एक निर्दलीय सदस्य को हटा सकती है. महबूबा ने फारूक अब्दुला और उमर अब्दुल्ला को भी फोन कर शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया है.

राज्यपाल एनएन वोहरा 56 वर्षीय महबूबा को 11 बजे दिन में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे, जो राज्य की 13वीं मुख्यमंत्री होंगी. उनके साथ 16 कैबिनेट मंत्री और आठ राज्यमंत्री भी शपथ लेंगे. बीजेपी के दो मंत्रियों को स्वतंत्र प्रभार दिया जाएगा. पीडीपी के सूत्रों ने कहा कि पिछले वर्ष एक मार्च को मुफ्ती मोहम्मद सईद के साथ शपथ लेने वाली टीम में कोई बदलाव नहीं होगा.

टीम से हटाए जा सकते हैं पवन कुमार गुप्ता
दूसरी ओर, बीजेपी के सूत्रों ने संकेत दिए कि उधमपुर के विधायक पवन कुमार गुप्ता को नई टीम से हटाया जा सकता है जो राज्यमंत्री थे. बीजेपी विधायकों ने अपनी पार्टी के नेतृत्व से कहा कि मंत्रिपरिषद् में किसी निर्दलीय सदस्य को लाने के बजाए उसके सदस्यों को लाया जाए. सईद की कैबिनेट में गुप्ता वित्त और सूचना तथा प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री थे.

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मंत्रालयों के बंटवारे में बदलाव की संभावना नहीं
पिछले वर्ष दोनों दलों ने जो मंत्रियों के विभागों के बारे में फैसला किया था और उसमें किसी बदलाव की संभावना नहीं है. समझौते के तहत गृह, वित्त, राजस्व, कानून-व्यवस्था और शिक्षा जैसे विभाग पीडीपी के पास रहेंगे. जबकि बीजेपी के पास स्वास्थ्य, शहरी विकास, उर्जा, वाणिज्य और उद्योग तथा लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्रालय होंगे.

महबूबा रविवार दोपहर अपने परिवार के सदस्यों के साथ जम्मू पहुंचीं और उम्मीद है कि मनोनीत उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह के साथ शपथ ग्रहण से पहले मुलाकात करेंगी.

महबूबा ने फारूक, उमर को किया फोन
जम्मू-कश्मीर की भावी मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पूर्व मुख्यमंत्री और चिरप्रतिद्वंद्वी उमर अब्दुल्ला का अनुसरण करते हुए उन्हें और उनके पिता फारूक अब्दुल्ला को व्यक्तिगत रूप से फोन किया और शपथ ग्रहण समारोह के लिए उन्हें आमंत्रित किया.

फारूक अब्दुल्ला ने कहा, 'हां, मेरे पास फोन आया है और मैं जाउंगा.' अब्दुल्ला विदेश में इलाज के कारण महबूबा के पिता मुफ्ती मोहम्मई सईद के शपथ ग्रहण समारोह में पिछले साल शामिल नहीं हो पाए थे. इसके बाद महबूबा ने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी उमर को फोन करके उनसे बातचीत की और उनसे भी समारोह में शामिल होने का आग्रह किया. उन्होंने भी न्यौता स्वीकार किया.

उमर ने ट्वीट करके जानकारी दी कि महबूबा ने उन्हें फोन करके न्यौता दिया. उन्होंने चार अप्रैल को समारोह में शामिल होने की उम्मीद जताई.

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कांग्रेस करेगी शपथ ग्रहण का बहिष्कार
दूसरी ओर, कांग्रेस का कहना है कि वह शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार करेगी. पार्टी के प्रवक्ता रवीन्द्र शर्मा ने कहा का कहना है कि राज्य में आरएसएस की दखल से सरकार बन रही है और बीजेपी-पीडीपी का गठबंधन कहीं से भी सही नहीं है. लिहाजा वह इसका बहिष्कार करेंगे.

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