श्रीनगर पहुंचे कंसर्न सिटिजन ग्रुप (एनजीओ) के सदस्यों को सुरक्षाबलों द्वारा एयरपोर्ट पर ही रोके जाने के बाद बवाल मच गया है. पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने एयरपोर्ट से जाने से इनकार कर दिया है. सुबह 11.30 बजे विमान की लैंडिंग के बाद एनजीओ सदस्यों को बाहर आने से रोक दिया गया.
सूत्रों के मुताबिक उन्हें दिल्ली वापस जाने को कहा गया, लेकिन उन्होंने कोई फ्लाइट लेने से इनकार कर दिया. मंगलवार को इस एनजीओ की ओर से पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा, कपिल काक, भारत भूषण और सुशोभा बरनाद श्रीनगर हवाई अड्डे पर पहुंचे. वे कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में जाकर जमीनी हकीकत जानना चाहते थे लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें रोक दिया.
उधर केंद्र सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से कहा कि कश्मीर प्रभाग में 10 प्रतिशत मोबाइल फोन काम कर रहे हैं और जम्मू और लद्दाख प्रभाग के जिलों में 100 प्रतिशत लैंडलाइन फोन चालू हैं. कश्मीर में मोबाइल फोन कनेक्टिविटी में पाबंदी की शुरुआत 24 अगस्त से की गई थी और 15 सितंबर तक, कश्मीर के पांच जिलों में 10 प्रतिशत मोबाइल कनेक्शन चालू थे.
इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को सामाजिक काम के लिए जम्मू-कश्मीर का दौरा करने की अनुमति दी. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री को श्रीनगर, बारामूला, अनंतनाग और जम्मू जाने की अनुमति दी गई है. आजाद ने कहा है कि वह कोई राजनीतिक रैलियां नहीं करेंगे और न ही राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होंगे.