जम्मू-कश्मीर के रणजीत सागर डैम में अगस्त महीने में क्रैश हुए इंडियन आर्मी के हेलीकॉप्टर के पायलट कैप्टन जयंत जोशी का शव 76 दिनों के बाद बरामद कर लिया गया है. इस साल तीन अगस्त को सेना का हेलीकॉप्टर रणजीत सागर डैम के ऊपर क्रैश हो गया था, जिसके बाद उसमें सवार दो पायलट्स डैम में ही लापता हो गए. पिछले लंबे समय से सर्च ऑपरेशन चल रहा था, जिसमें रविवार को बड़ी कामयाबी मिली है. रेस्क्यू ऑपरेशन में लापता कैप्टन जयंत जोशी के शव को डैम से बरामद कर लिया है.
जम्मू कश्मीर पुलिस ने बताया, ''रणजीत सागर डैम में क्रैश होने वाले हेलीकॉप्टर में सवार दूसरे पायलट का शव 76 दिनों के बाद मिल गया है.'' डिफेंस (पीआरओ) ने कहा कि 3 अगस्त को रणजीत सागर डैम में दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर के दूसरे पायलट कैप्टन जयंत जोशी के शव को निकालने के लिए दिन-रात सेना और नौसेना द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे थे और आखिरकार उनका शव बरामद कर लिया गया है.
तीन अगस्त को सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश होने के बाद रणजीत सागर डैम में समा गया था. सुबह 10:20 मिनट पर भारतीय सेना के हेलीकॉप्टर 254 एवीएन स्क्वाड्रन ने मामुन कैंट से उड़ान भरी थी. हेलीकॉप्टर डैम इलाके के पास कम ऊंचाई पर राउंड ले रहा था, जिस दौरान हादसा हो गया था. यह डैम तकरीबन 25 किलोमीटर लंबा और आठ किलोमीटर चौड़ा है. साथ ही इसकी गहराई 500 फीट से भी अधिक है.
हादसे के बाद से ही इंडियन नेवी और भारतीय सेना अन्य एजेंसियों के साथ उसमें सवार पायलटों की खोजबीन करने की पुरजोर कोशिश में लगी हुई थीं. इसके बाद 15 अगस्त को दो पायलटों में से एक लेफ्टिनेंट कर्नल एएस बाथ का शव बरामद हुआ था. उसके बाद 9 अगस्त को क्रैश हुए हेलीकॉप्टर के कुछ हिस्से भी मिल गए थे.