जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती से मुलाकात की है. महबूबा मुफ्ती 14 महीने की हिरासत के बाद मंगलवार को रिहा हुई हैं. फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को उनके घर जाकर उनसे मुलाकात की.
महबूबा मुफ्ती से मुलाकात के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पीडीपी प्रमुख को 14 महीने के बाद रिहा किया गया. हम किसी राजनीतिक मकसद से नहीं मिले. हम सिर्फ उन्हें देखने आए थे.
बता दें कि महबूबा मुफ्ती को 434 दिन बाद रिहा किया गया है. महबूबा मुफ्ती की रिहाई के बाद उनकी बेटी इल्तिजा ने उनके ही ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कठिन समय में साथ देने वालों को धन्यवाद दिया था.
महबूबा मुफ्ती की रिहाई के बाद उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर खुशी जाहिर की थी. उमर अब्दुल्ला ने महबूबा का स्वागत करते हुए अपने ट्वीट में लिखा था कि उन्हें निरंतर हिरासत में रखा जाना लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के खिलाफ था.
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My father & I called on @MehboobaMufti Sahiba this afternoon to enquire about her well-being after her release from detention. She has kindly accepted Farooq Sb’s invitation to join a meeting of the Gupkar Declaration signatories tomorrow afternoon. pic.twitter.com/MR9IQPFW2T
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 14, 2020
रिहा होने के बाद महबूबा मुफ्ती ने ऐलान किया कि अनुच्छेद-370 की बहाली के लिए वे फिर से संघर्ष शुरू करेंगी. उन्होंने 1 मिनट 23 सेकेंड का एक ऑडियो संदेश जारी किया था. उन्होंने कहा कि उस काले दिन का काला फैसला उनके दिमाग में खटकता रहा है.
बता दें कि पिछले साल 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाने से पहले ही जम्मू कश्मीर के अहम नेताओं को हिरासत में ले लिया गया था. इनमें महबूबा मुफ्ती भी शामिल थीं.
महबूबा मुफ्ती को पहले एक सरकारी बिल्डिंग में रखा गया था. इसके बाद उन्हें चश्मा शाही गेस्ट हाउस में रखा गया. फिर उन्हें एमए लिंक रोड पर दूसरे गेस्ट हाउस में शिफ्ट कर दिया गया. अप्रैल 2020 से उन्हें हाउस अरेस्ट में रखा गया था और उनके घर को ही उप जेल घोषित कर दिया गया था