जम्मू-कश्मीर के जिला विकास परिषद के नतीजों से उत्साहित नेशनल कॉन्फ्रेंस उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि ये चुनाव नतीजे उन लोगों को जवाब हैं जो कहते थे कि हम कश्मीर से मिट गए हैं. ये नतीजे उनके लिए सबक हैं जो आरोप लगाते थे कि हम परिवार और खानदान की पार्टी हैं.
चुनाव नतीजों पर आजतक से बातचीत करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इस चुनाव ने बीजेपी के उस प्रोपेगेंडा को खारिज कर दिया है जिसमें बीजेपी कहा करती है कि यहां के लोग अनुच्छेद 370 को हटाए जाने से खुश हैं. बीजेपी को अब ये वास्तविकता स्वीकार करनी चाहिए और झूठ बोलना बंद करना चाहिए.
उमर अब्दुल्ला ने कहा अब हमारे पास जनादेश है कि हम अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर की स्थिति में हुए बदलावों के खिलाफ लड़ सके और अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए संघर्ष करें.
अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद हुए पहले चुनाव के नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमारे लिए ये मुश्किल इम्तिहान थे. पिछले साल इस वक्त तक हम जेलों में बंद थे, जब तक हमने चुनाव में शामिल होने का फैसला लिया तब तक चुनाव का ऐलान हो चुका था.
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कुछ लोग जो खुद को जम्मू-कश्मीर का एक्सपर्ट मानते थे वे कहा करते थे कि नेशनल कॉफ्रेंस और पीडीपी मिट गई है. ये लोग जिंदा नहीं होंगे. ये लोग खानदानी लीडर्स हैं, लोग इनके साथ नहीं हैं. लेकिन आज के नतीजों से ये सारी धारणाएं धराशाई हो गई हैं.
क्या ये चुनाव 370 पर रेफरेंडम है?
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला से जब पूछा गया कि क्या इस चुनाव के नतीजे अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले पर रेफरेंडम हैं? इस सवाल के जवाब पर उमर ने कहा कि हमने इस चुनाव को जनमत संग्रह नहीं बनाया, बल्कि उन लोगों ने ऐसा किया. अब जब चुनाव के नतीजे आ गए हैं तो उन्हें इस पर जवाब देना चाहिए.
इन चुनावों का क्या संदेश है?
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इन नतीजों का संदेश स्पष्ट है और ये संदेश ये है कि 2019 में अनुच्छेद 370 और विशेष दर्जे को लेकर जो बदलाव किया गया था लोग उसे स्वीकार नहीं करते हैं और लोग बीजेपी के उस प्रोपेगेंडे को भी स्वीकार नहीं करते हैं कि जम्मू-कश्मीर के लोग 370 हटाने के पक्ष में हैं.
अब गुपकार क्या करेगा?
इन चुनाव के नतीजों के बाद गुपकार गठबंधन का अगला कदम क्या होगा? इस सवाल के जवाब में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अब हमारे पास 370 को हटाने के खिलाफ संघर्ष करने के लिए जनादेश है. हम 370 की बहाली के लिए संघर्ष जारी रखेंगे.