हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने बाद शुरू हुई हिंसा से कश्मीर घाटी अभी भी पटरी पर नहीं आ पाई है. अभी भी कई इलाकों में कर्फ्यू लगा हुआ है. इस बीच बुधवार को यहां 'शहीदी दिवस' मनाया जा रहा है. इस दौरान सीएम महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. जानें पूरी घटना के अभी तक 8 अपडेट...
1. कश्मीर घाटी में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के सुरक्षा बलों के हाथों मारे जाने के बाद व्याप्त तनाव के मद्देनजर बुधवार को पांचवें दिन भी यहां कर्फ्यू जारी है. कर्फ्यू वाले इलाकों में जाने की कोशिश करने पर एस.ए.एस. गिलानी को अरेस्ट कर लिया गया है.
2. सुरक्षा बलों और नाराज लोगों के बीच झड़प में अब तक 34 लोगों की जान जा चुकी है. घाटी में मंगलवार को अपेक्षाकृत शांति रही, फिर भी कई स्थानों पर बुधवार को सुरक्षा बलों तथा उग्र भीड़ के बीच झड़प हुई.
3. कुपवाड़ा जिले के क्रालपोरा में मंगलवार को भीड़ ने एक पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया था. भीड़ ने पुलिस के एक वाहन को आग भी लगा दी, जिसमें कई पुलिसकर्मी फंस गए.
4. पुलिस सूत्रों के अनुसार, पुलिसकर्मियों को बचाने के लिए सुरक्षा बलों ने भीड़ पर गोलियां चलाईं, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई. इनमें से एक घायल ने बाद में दम तोड़ दिया, जिसके बाद पिछले पांच दिनों में घाटी में जारी हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है.
5. दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतीपोरा कस्बे में भीड़ ने एक पुलिस अधिकारी के घर पर हमला कर दिया और उनकी पत्नी तथा बेटी की बुरी तरह पिटाई कर दी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, 'भीड़ ने घर में तोड़फोड़ भी की. मां और बेटी का अस्पताल में उपचार चल रहा है.'
6. भीड़ नी उसे जिले के त्राल कस्बे में एक पुलिस पिकेट पर हमला कर दिया. पुलिस कर्मी किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भागे. उत्तर कश्मीर के गांदेरबल शहर में भीड़ ने जिलाधिकारी पर हमला कर दिया, जिसमें वह बाल-बाल बचे.
7. एक तरफ जहां पुलिस और सेना राज्य में फैली हिंसा को रोकने में जुटी हुई है, वहीं दूसरी तरफ प्रदर्शनकारी पुलिस और सेना के हथियार लूट कर आर्मरी बनाने में लगे हुए हैं. दो दिन पहले एक प्रदर्शनकारी ने जम्मू-कश्मीर पुलिस की 70 हथियार लूट लिए थे.
8. श्रीनगर में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने स्थिति को चिंताजनक करार देते हुए युवाओं से धर्य बनाए रखने की अपील की. उन्होंने उर्दू में एक भावुक अपील में कहा, 'रक्तपात से कुछ नहीं. जीवन एक बार मिलता है. हमारी जिम्मेदारी है कि हम खुदा की इस नेमत का सम्मान करें.'