दुख्तराने मिल्लत की प्रमुख सैयदा आसिया अंद्राबी कश्मीर की अकेली अलगाववादी नेता नहीं है जिन्होंने पाकिस्तान में जमात-अद-दावा की रैली को संबोधीत किया था. बल्कि हुर्रियत के चेयरमेन सैयद अली शाह गिलानी ने श्रीनगर से 14 अगस्त को आयोजित इस रैली को फोन पर संबोधित किया था.
अपने ही घर में नजरबंद गिलानी ने फोन पर कहा था कि 'पाकिस्तान अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है. पाकिस्तान एक सबसे भयानक आतंकवाद से ग्रसित है. मेरी अल्लाह से दुआ है कि वो पाकिस्तान के लोगों को अपनी मुश्किलें हल करने में मदद करे और पातिस्तान के लोगों को कामयाबी दे.'
आसिया अंद्राबी जिसपर कश्मीर में पाकिस्तानी झंडा फहराने के लिए मामला दर्ज किया गया है उसने अपने संबोधन में कहा था कि 'पाकिस्तान अभी पूरा नहीं है पाकिस्तान को कश्मीर को आजाद करवाने की कोशिश करनी चाहिए. आज आप पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं लेकिन पूर्ण पाकिस्तान का सपना अभी पूरा नहीं हो सका है और तब तक पूरा नहीं हो सकता जब तक जम्मू कश्मीर पाकिस्तान से अलग है.'
जमात उद दावा के प्रमुख की तरफ इशारा करते हुए अंद्राबी ने कहा था कि 'मुजाहिदीन के विद्वान' कश्मीर को भारत से आजाद करवाने में अहम किरदार अदा कर रहे हैं. उसने अपने भाषण में ये भी कहा कि पाकिस्तान को भारत से तबतक बात नहीं करनी चाहिए जबतक कश्मीर के मुद्दे पर बात नहीं होती.