जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
और उनके पाकिस्तानी समक्ष नवाज शरीफ के बीच हुई उफा वार्ता को असफल बताया
है. पाकिस्तान की ओर से भारत से बातचीत की शर्त में कश्मीर मुद्दे को शामिल
करने पर उन्होंने बीजेपी की चुटकी ली है.
उमर ने आजतक से
एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि मोदी-नवाज के बीच हुई बातचीत के 72 घंटे के
भीतर असलीयत सामने आ गई. लेकिन वह पाकिस्तान के इस हरकत से हैरान नहीं हैं.
वह पाकिस्तान के सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज की कश्मीर संबंधी बातों से
इत्तेफाक नहीं रखते.
उनके मुताबिक, कश्मीर का हल इस्लामाबाद में
नहीं है. न ही यह भारत-पाकिस्तान के बीच बातचीत का कोई मुद्दा होना चाहिए.
हालांकि, उन्होंने कहा कि जो लोग यह सोच रहे हैं कि कश्मीर की हालत आर्थिक
पैकेज देकर सुधारा जा सकता है, वो भी गलत है.
कश्मीर से हटाना चाहिए अफस्पा
उन्होंने
कहा कि कश्मीर का असली मुद्दा अफस्पा है. इस कानून को यहां से हटाना
चाहिए. कश्मीर के लोग आदर चाहते हैं. उनके अंदर भी अपनेपन की भावना है.
भारत सरकार को हुर्रियत जैसे अलगाववादी संगठन के ईद मिलन निमंत्रण जैसे
मुद्दों को नजरअंदाज करना चाहिए.
ईद मिलन प्रोग्राम का बॉयकाट
बताते
चलें कि जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी ने
पाकिस्तान के हाई कमिश्नर के ईद मिलन प्रोग्राम का बॉयकाट कर दिया था.
उन्होंने कहा था कि कश्मीर हमारे लिए जिंदगी-मौत का सवाल है. हमें बिना
भरोसे में लिए कोई फैसला नहीं कर सकता.
उफा वार्ता के बाद पलटा पाक
रूस
के उफा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समक्ष नवाज शरीफ
के बीच हुई बातचीत के बाद साझा बयान में कई बड़े वादे किए गए थे. लेकिन इस
मुलाकात के चंद दिनों के अंदर ही पाकिस्तान पलट गया. उसने कश्मीर के बिना
किसी भी बातचीत से इंकार कर दिया.