जम्मू कश्मीर बैंक घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस (JKNC) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला से दिल्ली में पूछताछ की. बता दें कि इस मामले में फर्जी लोन के जरिए धोखाधड़ी का आरोप है. आरोप है कि बैंक घोटाले में जम्मू एंड कश्मीर बैंक के डायरेक्टरों ने फर्जी लोन के जरिए कथित तौर पर बड़ी राशि का लेन-देन किया.
बता दें कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर बैंक के एक पूर्व निदेशक निहाल गरवारे को गिरफ्तार किया गया था. ईडी ने पूछताछ से पहले बयान जारी कर कहा था कि उमर अब्दुल्ला के खिलाफ आरोप राजनीतिक प्रकृति के हैं, लेकिन हमें उम्मीद है कि वह जांच में सहयोग करेंगे, अगर उनकी तरफ से कोई गलत काम नहीं किया गया है.
2019 में सीआईडी और सीआईके श्रीनगर ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जम्मू-कश्मीर बैंक के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. तब कई बैंक खातों में संदिग्ध लेनदेन के चलते यह एक्शन लिया गया था. इसके बाद ईडी ने मामले की जांच शुरू की थी. इस मामले में कई बैंक खातों का कथित तौर पर लोक सेवकों के साथ-साथ कुछ निजी पार्टियों को पैसे भेजने के लिए इस्तेमाल किया गया था.
उमर अब्दुल्ला से पूछताछ पर उनकी पार्टी का बयान सामने आया है. पार्टी ने कहा कि दिल्ली उमर अब्दुल्ला का स्थानीय ठिकाना नहीं है. रमजान का महीना चल रहा है, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने पूछताछ की तारीख आगे बढ़ाने की कोशिश नहीं की. केंद्र सरकार को जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल करने की आदत पड़ चुकी है.
उमर अब्दुल्ला की पार्टी की तरफ से आगे कहा गया कि कोई भी राजनीतिक पार्टी भाजपा के खिलाफ खड़ी होती है तो उसके पीछे ED, CBI, NIA और NCB का इस्तेमाल किया जाता है. एक समय था, जब चुनाव आयोग चुनावों की तारीखों का ऐलान करते थे, लेकिन अब लगता है कि ईडी चुनाव का ऐलान कर रही है.
मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं: अब्दुल्ला
ईडी की पूछताछ के बाद उमर अब्दुल्ला ने मीडिया से बातचीत में कहा, मैंने जांच का सपोर्ट किया है. अगर वे मुझे दोबारा बुलाएंगे तब भी मैं इस जांच में सहयोग करूंगा. मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं हैं. यह 10-12 साल पुराना मामला है.