जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने बताया है कि वो अपना सरकारी घर खाली करने जा रहे हैं. इससे जुड़ा उन्होंने एक पत्र भी साझा किया है, जो इसी साल 31 जुलाई को जम्मू-कश्मीर प्रशासन को लिखा गया था.
उमर अब्दुल्ला ने अपने ट्वीट में इस लेटर को शेयर करते हुए लिखा है, ''श्रीनगर स्थित मैं अपना सरकारी आवास अक्टूबर तक खाली करने जा रहा हूं. ध्यान देने की बात ये है कि मुझे घर खाली करने का कोई नोटिस नहीं मिला है, जैसा कि मीडिया में दिखाया गया. मैंने स्वत: ही ये खाली करने का फैसला किया था.''
अपने इस दावे के साथ उमर अब्दुल्ला ने जो लेटर जारी किया है वो 31 जुलाई 2020 का है. जम्मू-कश्मीर प्रशासन को लिखे गए इस लेटर में उमर अब्दुल्ला ने बताया है कि एक सांसद के नाते 2002 में मुझे श्रीनगर में सरकारी आवास दिया गया था. इसके बाद मेरे सीएम बनने पर एक और कॉम्पलेक्स अलॉट किया गया.
उमर अब्दुल्ला ने अपने लेटर में आगे लिखा कि पूर्व मुख्यमंत्रियों से जुड़े नियमों में बदलाव के बाद मैं खुद इस आवास को अपने लिए अवैध मान रहा हूं, मैंने किसी सरकारी संपत्ति पर कोई कब्जा नहीं किया है.
लिहाजा, आपको ये सूचित कराना चाहता हूं कि मैंने अपने मकान की सर्च शुरू कर दी है. क्योंकि कोरोना वायरस महामारी का वक्त है, इसलिए मकान तलाशने में वक्त लग रहा है. मुझे लगता है कि 8-10 हफ्तों में ये प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और तब मैं सरकारी आवास हैंडओवर करनी की स्थिति में रहूंगा.