कश्मीर घाटी में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की ओर से चलाए जा रहे 'ऑपरेशन ऑलआउट' में बड़ी कामयाबी मिली, कई घंटे चले एनकाउंटर में 5 खूंखार आतंकियों को मार गिराया गया है. शोपियां एनकाउंटर में मारे गए हिज्बुल आतंकी सद्दाम पाडर की मौत के साथ ही बुरहान वानी गैंग का खात्मा हो गया है. मारे गए आतंकियों में प्रोफेसर से आतंकी बना शख्स भी शामिल है.
रविवार की सुबह से सुरक्षाबलों और आतंकियों की ओर से भीषण गोलीबारी चल रही थी, और दोपहर से पहले सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी उस समय मिली जब उन्होंने 5 आतंकियों को मार डाला. इस एनकाउंटर में एक नागरिक की भी मौत हो गई. शुरुआत में इस एनकाउंटर में 2 सुरक्षाकर्मी घायल भी हो गए. घायलों में एक जवान सेना का है और एक पुलिस का.
पहले सरेंडर करने को कहा गया
मारे गए 5 आतंकियों में सद्दाम के साथ-साथ डॉक्टर मुहम्मद रफी भट्ट, बिलाल मौलवी और आदिल मलिक भी शामिल है. रफी भट्ट कश्मीर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रहे हैं, और उन्हें बुलाने के लिए सुरक्षा बलों ने उनके परिजनों को घटनास्थल पर बुलाया गया ताकि उन्हें सामने लाया जा सके. लेकिन मुठभेड़ में 5 आतंकी मारे गए हैं.
एसएसपी शोपियां ने एनकाउंटर के दौरान छिपे इन आतंकियों को सरेंडर करने का अनुरोध किया, जिसे आतंकियों ने ठुकरा दिया और जवाब में फायरिंग शुरू कर दी.
#WATCH Security forces appeal to terrorists to surrender during an going encounter in Shopian's Badigam. (Earlier visuals) #JammuAndKashmir pic.twitter.com/FdKUAsEHMl
— ANI (@ANI) May 6, 2018
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी शेष पाल वैद्ध ने जानकारी देते हुए बताया कि शोपियां के जैनपोरा बडीगाम में एनकाउंटर खत्म हो गया है. 5 आतंकियों के शव बरामद किए गए हैं. सेना, सीआरपीएफ और राज्य की पुलिस के लोगों ने बेहद शानदार काम किया है.
सद्दाम पाडर हिज्बुल का शीर्ष आतंकी कमांडर था और वह बुरहान ब्रिगेड में शामिल एकमात्र जीवित हिज्बुल कमांडर था.
दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले के बड़ीगाम क्षेत्र में एनकाउंटर में एसओजी के पुलिसकर्मी अनिल कुमार और 44 राजपूताना राइफल्स के जवान घायल हुए हैं. दोनों को तुरंत एनकाउंटर क्षेत्र से बाहर निकालते हुए पास के सैन्य अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है.
कुछ दिन पहले मारा गया समीर
इससे पहले पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों और पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन में दो आतंकियों को ढेर कर दिया था. जिसमें हिज्बुल मुजाहिदीन का टॉप कमांडर समीर टाइगर भी शामिल था. समीर टाइगर 2016 में हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था. समीर पुलवामा का रहने वाला था और हिज्बुल के कई हमलों में शामिल रहा.
बुरहान वानी के बाद समीर को कश्मीर के पोस्टर ब्वॉय के रूप में पेश किया गया था. समीर ने आतंकी वसीम के जनाजे में शामिल होकर फायरिंग भी की थी. पिछले महीने समीर टाइगर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें वह एक स्थानीय युवा से पूछताछ करता नजर आ रहा था. समीर इस वीडियो में कथित मुखबिर से पूछ रहा है कि इलाके में कौन-कौन सुरक्षाबलों को जानकारी देते हैं. इस वीडियो के कुछ घंटों बाद ही सुरक्षाबलों ने समीर टाइगर को पुलवामा के द्रबगाम में घेर लिया और उसका खात्मा कर दिया.
इस साल करीब 60 आंतकियों का सफाया
बता दें कि 'ऑपरेशन ऑलआउट' के जरिए कश्मीर घाटी को आतंकवाद मुक्त करने के मिशन पर निकली भारतीय सेना ने पिछले साल 208 आतंकवादियों को ठिकाने लगाया था. इस साल अब तक 59 आतंकवादियों का सफाया किया जा चुका है. इसकी वजह से ही कश्मीर में आतंकवादी संगठनों के पास लेबर फोर्स की कमी हो गई है.
कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना का 'ऑपरेशन ऑलआउट' दिन दूनी-रात चौगुनी रफ्तार से जारी है. इसी कारण से आतंकवादी संगठनों और उनके आकाओं के दिन का चैन और रात की नींद उड़ी हुई है. रक्षा विशेषज्ञ पीके सहगल ने 'ऑपरेशन ऑलआउट' के फेज टू में 14 आतंकियों की लिस्ट जारी की. पहले 10 दिन में दो को उड़ा दिया. ऑपरेशन के फेज वन में 30 में से 25 मुखिया मारे जा चुके हैं.