जम्मू-कश्मीर के समाचार पत्र राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी और अगवा किए गए जवान की हत्या के पीछे पाकिस्तान का हाथ है. यह जानकारी लेफ्टिनेट जनरल एके भट्ट ने दी है. उन्होंने बताया कि बुखारी की हत्या पाकिस्तानी एजेंसियों ने करवाई है.
भट्ट ने कहा कि कश्मीर में भारत के शांति प्रयासों की वजह से पाकिस्तान बेचैन हो गया है और वह इसे रोकने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है. वह लगातार आतंकियों को सीमा पार भेजने की कोशिश में लगा है. उन्होंने कहा कि हमारी पूरी कोशिश है कि अमरनाथ यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से पूरी हो.
श्रीनगर में गुरुवार को तीन बाइक सवार आतंकियों ने शुजात बुखारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक, गुरुवार की शाम बुखारी श्रीनगर के प्रेस एन्क्लेव में स्थित अपने ऑफिस से एक इफ्तार पार्टी में शरीक होने के लिए निकले थे. तभी उन पर यह जानलेवा हमला हुआ. हमले में उनकी सुरक्षा में तैनात दो सुरक्षाकर्मियों की भी मौत हो गई.
जनाजे में लोगों का सैलाब
बुखारी के जनाजे में लोगों का सैलाब उमड़ा पड़ा. उनको आखिरी बिदाई देने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग जनाजे में शामिल हुए और आतंकियों को करारा जवाब दिया. शुक्रवार को बुखारी को उनके पैतृक गांव में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. भारी बारिश के बावजूद बारामूला में हजारों लोग नम आंखों से बुखारी के जनाजे के साथ-साथ चल रहे थे.
वहीं गुरुवार को ही जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने सेना के एक जवान को अगवा करके उनकी हत्या कर दी थी. उनको आतंकियों ने पुलवामा से अगवा किया था. जानकारी के मुताबिक गुरुवार को औरंगजेब ईद मनाने के लिए घर जा रहे थे. सुबह करीब नौ बजे यूनिट के सैनिकों ने एक कार को रोककर चालक से औरंगजेब को शोपियां तक छोड़ने को कहा. वो बेफिक्र होकर उस कार में सवार होकर घर के लिए निकल पड़े. वो जिस कार में सवार होकर घर जा रहे थे, आतंकवादियों ने उनको कालम्पोरा में रोक लिया और उनका अपहरण कर लिया. इसके बाद गुरुवार को औरंगजेब का गोलियों से छलनी शव पुलवामा से बरामद हुआ.