जम्मू-कश्मीर में लागू किए गए राज्यपाल शासन पर पाकिस्तान ने पहली बार आधिकारिक प्रतिक्रिया दी है. पाकिस्तान की ओर से इस बारे में बयान जारी किया गया है. पाकिस्तान ने इस राज्य में राज्यपाल शासन लगाने को भारत की केंद्र सरकार की चाल करार दिया है.
इसके साथ ही पाकिस्तान ये भी कहा है कि वह कश्मीर में हो रहे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है.
पाकिस्तान की ओर से जारी बयान में कहा गया, 'कश्मीर में चल रहे घटनाक्रम पर हमारी नजर है. जहां तक राज्यपाल शासन की बात है तो पिछले अनुभवों से ये जाहिर है कि नई दिल्ली की ओर से कश्मीर में राज्यपाल शासन सोची समझी चाल के तहत लगाया जाता रहा है. ताकि कश्मीर के लोगों की इच्छा को दबाया जा सके.' वहीं पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भारत पर इल्जाम लगाया है.
गौरतलब है कि बीजेपी ने मंगलवार (19 जून) को पीडीपी से अपना समर्थन वापस ले लिया था. इसके बाद देर शाम तक राज्य में राज्यपाल शासन लागू हो गया था.
बता दें, कश्मीर की ओर से लगातार घाटी को अशांत करने के प्रयास किए जाते रहे हैं. इसे तहत सरहद पार से आतंकियों को भेजना और कश्मीर में पत्थरबाजों को समर्थन देना शामिल है.
बीजेपी ने कश्मीर को बर्बाद कर दिया: कांग्रेस
वहीं, जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-बीजेपी सरकार के पतन के साथ ही भारत में भी राजनीतिक बयानबाजी जारी है. कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी ने कश्मीर को बर्बाद कर दिया. पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेन्स करके बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, आज से साढ़े तीन साल पहले बीजेपी और पीडीपी के बीच अनैतिक गठबंधन हुआ था. हमें इसके बने रहने पर शुरू से ही शक था जो अब सही साबित हुआ.
राष्ट्रहित में लिया गया फैसला: बीजेपी
वहीं, भारतीय जनता पार्टी के महासचिव और जम्मू कश्मीर के पार्टी इंचार्ज राम माधव ने इस मामले पर कहा है कि पीडीपी से अलग होने का फैसला राष्ट्रहित में लिया गया फैसला है. 'इंडिया टुडे' से बात करते हुए राम माधव ने बुधवार को कहा था कि बीजेपी ने राज्य सरकार छोड़ी है, लेकिन कश्मीर नहीं. माधव ने कहा कि राष्ट्रहित के लिए हमने राज्य सरकार से अलग होने का फैसला लिया है.