पाकिस्तान जम्मू और कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है. पाकिस्तान ने एक बार फिर पुंछ सेक्टर में भारी मात्रा में मोर्टार शेलिंग की है. पाकिस्तान लगातार ग्रामीण इलाकों में गोलीबारी कर रहा है.
भारतीय सेना पाकिस्तानी सेना के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर रही है. अब तक किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान सामने नहीं आई है. गौरतलब है कि इसी बीच यूरोपियन संसदीय दल भी कश्मीर का दौरा कर रहा है.
भारतीय सेना के आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में दो अक्टूबर तक 2,225 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया, जिसका मतलब है कि इस अवधि के दौरान उसने एक दिन में औसतन आठ बार संघर्षविराम उल्लंघन किया.
भारी गोलीबारी
इसकी तुलना में, 2018 में पूरे वर्ष के दौरान पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम उल्लंघन की कुल संख्या 1,629 थी. एक रक्षा अधिकारी ने बताया, "पाकिस्तान ने इस साल फरवरी में बालाकोट हवाई हमलों के बाद संघर्षविराम उल्लंघन बढ़ा दिया और फिर अगस्त में जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा निरस्त करने के बाद भी संघर्षविराम उल्लंघन तेज कर दिया."
अधिकारी ने कहा कि संघर्षविराम उल्लंघन के ज्यादातर मामले पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की कोशिशों से जुड़ी है. खुफिया रिपोर्टों से पता चला है कि पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ के लिए माकूल मौका मिलने पर भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कराने की कोशिश की जाती है.
सेना के सूत्रों ने कहा कि भारत ने हर संघर्षविराम उल्लंघन का मुंहतोड़ जवाब दिया है. एलओसी पर भारतीय चौकियों पर बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) के हमलों को अंजाम देने की पाकिस्तान की कोशिशें भी हुई हैं. बैट टीम में आमतौर पर पाकिस्तानी सेना के कमांडो और आतंकवादी होते हैं.
जुलाई के अंतिम सप्ताह में, भारतीय सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर में केरन सेक्टर की एक अग्रिम चौकी के पास पांच बैट हमलावरों को मार गिराया था. उनके शवों पर पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा दावा नहीं किया गया.