scorecardresearch
 

पाकिस्तान ने पुंछ में तोड़ा सीजफायर, एक जवान शहीद

सेना प्रमुख ने नियंत्रण रेखा पर स्थित अग्रिम चौकियों का भी जायजा लिया और रजौरी सेक्टर के जवानों से बातचीत की. यहां 23 दिसंबर पाकिस्तानी सैनिकों ने सेना के एक मेजर और तीन जवानों की हत्या कर दी थी. इस साल जम्मू-कश्मीर में संघर्ष विराम उल्लंघन के 881 मामले हुए हैं. यह पिछले सात वर्षों में सबसे अधिक है.

Advertisement
X
फाइल फोटो
फाइल फोटो

Advertisement

जम्मू-कश्मीर के रजौरी और पुंछ जिले से लगी नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना की ओर से रविवार को एक बार फिर संघर्ष विराम तोड़ा गया, जिसमें सेना का एक जवान शहीद हो गया. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जवान राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर के अग्रिम इलाके में तैनात था और आज तड़के पाकिस्तान की ओर से हुए संघर्ष विराम उल्लंघन के दौरान गोली लगने से उसकी मौत हो गई.

पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ जिले के पास स्थित दिगवार सेक्टर में भी अंधाधुंध गोलियां चलाईं. अधिकारी ने बताया कि करीब देर रात एक बजे से गोली चलनी शुरू हुई जो सुबह पांच बजकर 30 मिनट तक जारी थी. पाकिस्तान की सेना की तरफ से संघर्ष विराम उल्लंघन में बढ़ोतरी के बीच सेना प्रमुख बिपिन रावत ने शनिवार को यहां सुरक्षा बल के अभियान की तैयारी और जम्मू-कश्मीर में मौजूदा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की.

Advertisement

सेना प्रमुख ने किया था दौरा

सेना प्रमुख ने नियंत्रण रेखा पर स्थित अग्रिम चौकियों का भी जायजा लिया और रजौरी सेक्टर के जवानों से बातचीत की. यहां 23 दिसंबर पाकिस्तानी सैनिकों ने सेना के एक मेजर और तीन जवानों की हत्या कर दी थी. इस साल जम्मू-कश्मीर में संघर्ष विराम उल्लंघन के 881 मामले हुए हैं. यह पिछले सात वर्षों में सबसे अधिक है. संघर्ष विराम उल्लंघन की वजह से नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 34 लोगों की मौत हो गई.

अधिकारियों के मुताबकि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर स्थित नियंत्रण रेखा पर 10 दिसंबर तक 771 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया. वहीं अंतरराष्ट्रीय सीमा पर नवंबर के अंत तक 110 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया. सीमापार से हुई गोलीबारी में 30 लोगों की मौत हो गई. इनमें 30 सेना के जवान थे, 12 नागरिक थे और चार बीएसएफ के जवान थे.

Advertisement
Advertisement