पाकिस्तान की सीमा पार से घुसपैठ कराने की कोशिश अभी जारी है. सोमवार को बीएसएफ ने सांबा सेक्टर में एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया है. मारे गए घुसपैठिए की पहचान के बारे में अभी पता नहीं चल सका है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सांबा सेक्टर में एक घुसपैठिया भारतीय सीमा में प्रवेश कर रहा था. इस दौरान बीएसएफ ने उसे मार गिराया.
विशेषज्ञ ने उठाए सवाल!
सीमा पर लगातार घुसपैठ की घटनाओं को लेकर सुरक्षा एवं रणनीति विशेषज्ञ ब्रिगेडियर अनिल कुमार गुप्ता ने चिंता जाहिर करते हुए सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि यह चौथी या पांचवी बार है, जब घुसपैठ की घटना के बाद सुरंग होने की बात सामने आई है. उन्होंने कहा कि बीएसएफ और जम्मू कश्मीर के बड़े पुलिस अधिकारी बड़े बड़े दावे करते हैं, पाकिस्तान की आलोचना करते हैं लेकिन एक के बाद एक ऐसी घटनाएं सामने आती हैं.
दरअसल, नगरोटा एनकाउंटर के बाद मिली जानकारी के अनुसार सुरक्षाबलों ने झाड़ झंखाड़ के बीच से उस सुरंग को ढूंढ निकाला. जिसका इस्तेमाल दहशतगर्द करते थे. जमीन के नीचे मेड इन पाकिस्तान के जो साक्षात सबूत कैमरे में कैद हुए हैं, वो नगरोटा में मारे गए दहशतगर्दों की घुसपैठ का सीक्रेट रूट था.
गुप्ता ने सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसा क्यों होता है कि सुरंग का पता घुसपैठ की घटना सामने आने के बाद ही पता लगती है. यह पहले ही पता क्यों नहीं लगा लिया जाता है जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके. उन्होंने कहा कि क्या यह रिसोर्स की कमी है या फिर सुरक्षा बलों की सक्रियता की कमी है.
उन्होंने कहा कि यह तथ्य कि आतंकवादियों ने 9 किमी तक पैदल यात्रा की और उसके बाद नेशनल हाइवे पर एक ट्रक में सवार होकर नगरोटा की ओर आए. यह चिंता का विषय है और जम्मू कश्मीर पुलिस के 24x7 निगरानी और सतर्कता के खोखले दावों को उजागर करता है.