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आतंकियों को भारत में घुसपैठ करवाते हैं पाकिस्‍तानी सेना के कमांडर

जम्मू-कश्‍मीर में भारत-पाक सीमा पर भातीय सेना की पोस्टों पर हमले और हथियार बंद आतंकवादियों को घुसपैठ करवाने में पाकिस्तानी फौज के पोस्ट कमांडर से बटालियन कमांडर खुले तौर पर शामिल हैं.

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पाकिस्‍तानी सेना
पाकिस्‍तानी सेना

जम्मू-कश्‍मीर में भारत-पाक सीमा पर भातीय सेना की पोस्टों पर हमले और हथियार बंद आतंकवादियों को घुसपैठ करवाने में पाकिस्तानी फौज के पोस्ट कमांडर से बटालियन कमांडर खुले तौर पर शामिल हैं.
पिछले एक महीने में सीमा पर 13 बार सीजफायर का उल्‍लंघन पाकिस्तान कर चुका है, जो कि पिछले साल के मुकाबले में काफी ज्यादा है. सीमावर्ती पुंछ और राजौरी के जनरल ऑफिसर कमाडिंग मेजर जरनल वी.पी. सिंह का कहना है कि सीमापार पाकिस्तानी पोस्टों में बैठे पाकिस्तानी सेना के अफसर और जवान हथियारबंद आतंकवादियों के साथ खुलकर काम कर रहे हैं.

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पाकिस्तानी फौजें, लश्‍कर और जैश-ए-मोहम्‍मद आतंकवादियों के साथ सांठगांठ करके नियंत्रण रेखा पर भारतीय फौज की पोस्टों पर हमले करवा रहे हैं. मेजर जरनल वी.पी. सिह का कहना है कि सीमा पर जब भी आतंकवादियों की घुसपैठ होती है तो वहां पाकिस्तानी फौज के पोस्ट कमांडर से लेकर बटालियन कमांडर तक घुसपैठ करवाने में आतंकवादियों के साथ शामिल होते हैं. उन्‍होंने कहा कि भारतीय फौज के पास सबूत हैं कि पाकिस्तानी फौज आतंकवादियों के साथ मिलकर एलओसी पर हमारी पोस्टों को टारगेट करते हैं.

खुफिया एजेंसियों का भी मानना है कि भारतीय फौज को उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा सरकार बनाने के बाद सीमा पर शांति का माहौल बनेगा लेकिन डेमोक्रेटिक सरकार बनने के बाद भी पिछले साल के मुकाबले में पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की घटनाएं और सीजफायर की वारदातें बढ़ी हैं.

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सूत्रों का कहना है कि पिछले दो सप्ताह में राजौरी, पुंछ, कुपवाड़ा, टंगदार, केरन और गुरेज से घुसपैठ की घटनाएं बढी हैं. सूत्रों का मानना है कि पिछले एक महीने में दर्जनभर घुसपैठ की घटनाएं विफल की गई हैं, जिनमें अभी तक दस आतंकवादी भी मारे जा चुके हैं.

खुफिया सूत्रों का कहना है कि सीमापार 300 से 400 हथियार बंद आतंकवादी इस तरफ आने की फिराक में हैं और उनकी गतिविधियां पिछले कुछ दिनों से लान्चिंग पैड्स पर बढ़ गई हैं. पाकिस्‍तानी खुफिया एजेंसी चाहती है कि आने वाले दिनो में जम्‍मू-कश्‍मीर में खूनखराबा तेज किया जा सके, जिससे एक बार फिर कश्‍मीर का मसला अंतरराष्‍ट्रीय सुर्खियां बन सके.

सूत्रों का कहना है कि पिछले एक महीने में कुछ हथियारबंद आतंकवादी पुंछ और राजौरी सेक्टरों से घुसपैठ कर चूके हैं, जिनमे से कुछ मानव बम भी हैं. ऐसे मानव बम और फिदाईनों को अमरनाथ यात्रा, श्रद्धालुओं के कैम्पों, भारतीय फौज, सीआरपीएफ और बीएसएफ की पोस्टों पर हमले करने का टॉस्‍क सौंपा गया है.

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