पाकिस्तान ने जम्मू एवं कश्मीर में गुरुवार को नियंत्रण रेखा पर बिना किसी उकसावे के गोलीबारी की, जिसके बाद भारतीय सैनिकों ने भी जवाबी कार्रवाई की. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल मनीष मेहता ने बताया कि पाकिस्तान ने बिना किसी उकसावे के नियंत्रण रेखा के पुंछ सेक्टर में गोलीबारी की.
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तानी सैनिकों ने सुबह 9.15 बजे से छोटे और स्वचालित हथियारों से रूक-रूक कर गोलीबारी शुरू की. हमारे सैनिकों ने भी समान क्षमता के हथियारों से जवाब दिया.'
अधिकारी ने बताया, 'किसी के हताहत होने या किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है.'
उधर, पाकिस्तानी संसद ने गुरुवार को पांच विधेयक पास किए. इनमें एक विधेयक भारतीय फौज के पाकिस्तानी सरहद में घुसकर आतंकियों को मारने से संबंधित है. विधेयक में कहा गया है कि भारतीय फौज हमारी सरहद पार करने की कोशिश न करे.
पर्रिकर ने पाकिस्तान पर ली चुटकी
म्यांमार अभियान को बदली सोच का परिचायक करार देते हुए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने गुरुवार को पाकिस्तान पर चुटकी ली और कहा कि जो लोग भारत के नये रूख से डरे हुए हैं, उन्होंने प्रतिक्रिया देनी करनी शुरू कर दी है.
एक सेमिनार को संबोधित करते हुए पर्रिकर ने कहा, 'अगर सोच के तरीके में बदलाव आता है, तब कई चीजें बदल जाती हैं. आपने पिछले 2-3 तीन दिनों में ऐसा देखा. उग्रवादियों के खिलाफ एक सामान्य कार्रवाई ने देश में सम्पूर्ण सुरक्षा परिदृश्य के बारे में सोच को बदल दिया.'
रक्षा खरीद प्रक्रिया के सरलीकरण की जरूरत पर अपने विचार व्यक्त करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि इस बारे में सोच में बदलाव की जरूरत है. अभियान का ब्यौरा देने से इंकार करते हुए पर्रिकर ने कहा, 'जो लोग भारत के नये रूख से भयभीत है, उन्होंने प्रतिक्रिया व्यक्त करनी शुरू कर दी है.'
रक्षा मंत्री ने सैन्य कार्रवाई के संबंध में मीडिया के प्रश्नों का उत्तर देने से मना कर दिया. उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के गृह मंत्री निसार अली खान ने बुधवार को कहा था, 'पाकिस्तान म्यांमार की तरह नहीं है, साथ ही उन्होंने भारत को चेतावनी दी थी कि उनका देश सीमा पार से धमकी के आगे नहीं झुकेगा.'
राठौर की टिप्पणी, पाकिस्तान को चेतावनी
खान का बयान सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर की उस टिप्पणी पर आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि मणिपुर में 18 सैनिकों को मारने वाले विद्रोहियों के खिलाफ म्यांमार में सैन्य कार्रवाई अन्य देशों को संदेश है. राठौर की टिप्पणी की व्याख्या पाकिस्तान को चेतावनी के रूप में की गई.
खान ने कहा कि भारत के सामने यह स्पष्ट हो जाना चाहिए कि पाकिस्तान म्यांमार जैसा देश नहीं है. उन्होंने कहा जिनकी पाकिस्तान के खिलाफ बुरी सोच है, उन्हें ध्यान से सुन लेना चाहिए कि हमारे सुरक्षा बल ऐसे किसी दुस्साहस का उसी तरह से जवाब देने में सक्षम हैं.
उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना ने म्यांमार के अधिकारियों की जानकारी में सफल सीमापार कार्रवाई में कम से कम 38 उग्रवादियों को मार गिराया जिनके बारे में समझा जाता है कि वे चार जून को घात लगाकर किये गए हमले में शामिल थे. चार जून को किए गए इस हमले में 18 सैनिक शहीद हो गए थे.