उधमपुर हमले के हैंडलर के नाम का खुलासा हो गया है. सूत्रों के मुताबिक, दक्षिण कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर कासिम इस हमले का हैंडलर हैं और उसी ने नावेद को उधमपुर में हमले के लिए भेजा था.
उधमपुर आतंकी हमले के बाद जिंदा पकड़े गए आतंकी कासिम खान उर्फ नावेद याकूब ने खुलासा किया है कि उसके निशाने पर अमरनाथ यात्रा थी. अनिल शुक्ला की अगुवाई वाली चार सदस्यीय एनआईए टीम जम्मू पहुंच चुकी है. बहुत जल्द वे जिंदा पकड़े गए आतंकी मोहम्मद नावेद से पूछताछ शुरू करेंगे. उम्मीद की जा रही है कि पूछताछ में कुछ और बड़े खुलासे हो सकते हैं.
अंग्रेजी अखबार 'द इंडियन एक्सप्रेस' के मुताबिक पकड़े जाने के बाद उसने कहा, 'यह सब करने में मजा आता है. मैं बदला लेने आया था. मैं हिंदुओं को मारने आया था. मैं अल्लाह का ही काम कर रहा हूं. मैं पाकिस्तान से हूं. मेरा साथी फायरिंग में मारा गया, लेकिन मैं भाग गया. अगर मैं मारा जाता तो यह भी अल्लाह की मरजी होती.'
पाकिस्तानी आतंकी नावेद को लश्कर से ट्रेनिंग मिली थी. सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद नावेद याकूब पूछताछ में विरोधाभासी जवाब देकर जांच एजेंसी को उलझाने की कोशिश कर रहा है. पाकिस्तानी आतंकी ने उन चार आतंकियों का कोड नेम भी बताया है जिनके साथ वो कश्मीर में रुका था. पूछताछ से पता चला है कि आतंकी नावेद को पाकिस्तान में लश्करे-तैयबा से दो महीने की दो बार ट्रेनिंग मिली थी.
नहीं टलेगी एनएसए की बैठक
उधमपुर में हुए आतंकी हमले पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को संसद में बयान देंगे.
बीएसएफ पर हुए हमले की वजह से भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाली एनएसए की बैठक भी नहीं टलेगी.
नई दिल्ली में भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच 23-24 अगस्त को बैठक होनी है. हालांकि पाकिस्तान की ओर से अभी तक बैठक की तारीख तय नहीं की गई है. संभावना है कि इस बैठक में भारत गुरदासपुर और उधमपुर आतंकी हमले का मुद्दा उठाए.
राजस्थान सीमा पर BSF का ऑपरेशन 'ओ अलर्ट'
जम्मू-कश्मीर में बीएसएफ टुकड़ी पर हुए आतंकी हमले के बाद बीएसएफ राजस्थान में भारत-पाकिस्तान सीमा पर ऑपरेशन 'ओ अलर्ट' चलाएगा. बीएसएफ ऑपरेशन 'ओ अलर्ट' के तहत 7 अगस्त से 21 अगस्त के बीच सघन पैट्रोलिंग और चेकिंग शुरु करेगा.
पाकिस्तानी सैटेलाइट फोन भारतीए सुरक्षा एजेंसियों के लिए नया खतरा बन गया है. पाकिस्तानी सैटेलाइट फोन की रेंज भारतीय सीमा में 100 किलोमीटर अंदर तक है. खासकर राजस्थान के जैसलमेर और बाड़मेर में खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तानी सिम भी बरामद किए हैं.
पाकिस्तान से बंद हो बातचीत: शिवसेना
हालांकि सरकार में सहयोगी पार्टी शिवसेना ने एक बार फिर पाकिस्तान से बातचीत खत्म करने की बात कही है. शिवसेना के नेता संजय राऊत ने कहा कि पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कोई देश नहीं है, वो ऐसी जमीन है जहां आंतकवादी और गुंडो का राज चलता है. शिवसेना नेता ने कहा कि पाकिस्तान में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बात कोई नहीं मानता.
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि मुंबई हमले के मास्टर माइंड हाफिज सईद और लखवी को पाकिस्तान का संरक्षण मिला हुआ है और ये ऊफा डिक्लेरेशन पर सवाल खड़े करते हैं.
दो महीने पहले पहुंचा था कश्मीर
बीएसएफ की टुकड़ी पर हमला करने वाला पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद नावेद याकूब 20 साल का है और पाकिस्तान के फैसलाबाद का रहने वाला है. मोहम्मद नावेद के साथ ही हमले में दूसरा आंतकवादी मोहम्मद नोमन भी था जो बीएसएफ की जवाबी कारवाई में मारा गया. मारा गया आतंकी नोमन पाकिस्तान के भावालपुर का रहने वाला है. पूछताछ में पता चला है कि दो और आतंकियों के साथ नावेद और नोमन करीब दो महीने पहले कश्मीर पहुंचे और फिर आतंकवादी बारामुला होते हुए तनमर्ग पहुंचे.
शहीद रॉकी के सम्मान की होगी सिफारिश
उधर, आतंकी हमले में शहीद जवान रॉकी को बीएसएफ सम्मानित करने के लिए सिफारिश करेगा. बीएसएफ की बस पर आतंकी हमले के वक्त कॉन्स्टेबल रॉकी ने अपने जान की परवाह किये बिना आंतकियों का जवाब दिया और एक आंतकी को मार गिराया. बस में बीएसएफ के 43 जवान थे. आतंकी हमले में बीएसएफ के दो जवान शहीद हुए. कॉस्टेबल रॉकी हरियाणा के यमुना नगर में रामगढ़माजरा के थे वहीं शहीद कॉस्टेबल शुभेंदु रॉय पश्चिम बंगाल में जलपाईगुड़ी के दॉकीमारी के रहने वाले थे.
बार-बार बयान बदल रहा नावेद
जांच एजेंसियों की पूछताछ में पकड़ा गया आंतकी नावेद याकूब बार-बार अपना बयान बदल रहा है. पहले आंतकी नावेद ने कुपवारा से कश्मीर घाटी में घुसने की बात बताई. लेकिन फिर नावेद ने जांच एजेंसियों से बारामुला के तंगमर्ग से कश्मीर में घुसने की बात बताई. आतंकी नावेद ने बताया कि लाइन ऑफ कंट्रोल पर लगी बाड़ काटकर भारत की सीमा में आया. कश्मीर घाटी में आने के बाद चारो आंतकवादी बाबा रिशी में दो दिन रुके, जहां लश्कर के टॉप कमांडर जिसका कोड नेम 'हम्जा' है उससे मिला. आतंकी नावेद के मुताबिक हम्जा ने ही जम्मू एरिया में हमला करने के बारे में बताया. हमले की प्लानिंग के बाद आंतकी अवंतीपुर और पुलवामा पहुंचे. फिर पुलवामा से कुलगाम आये. आंतकी नावेद के मुताबिक कुलगाव में चारों आंतकी दो महीने से ज्यादा रुके. कुलगांव में ही हथियार समेत जरूरत की सभी चीजें मुहैया करवाई गई.
अनंतनाग में हुई लश्कर कमांडर से मुलाकात
सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ में आतंकी नावेद ने बताया कि कुलगांव में चारों आंतकी दो ग्रुप में बांट गए. मोमिन के साथ नावेद अनंतनाग के खुदवानी आया, जहां 3 अगस्त को लश्कर के टॉप कमांडर से उसकी मुलाकात हुई. यहां इन आतंकियों को अमरनाथ यात्रियों और बीएसएफ की टुकड़ियों पर हमले का आदेश दिया गया. नावेद ने जांच एजेसियों को बताया कि ट्रक के जरिये उन्हें 4 अगस्त को जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर लाया गया, जहां उसने बीएसएफ की बस पर हमले को अंजाम दिया.
पांचवीं पास है नावेद
ट्रेनिंग के बारे में पूछे जाने पर आंतकी नावेद ने बताया कि लश्कर से उन्हें दो ट्रेनिंग दी गई. पहली ट्रेनिंग 21 दिनों की थी जिसे दौरा-ए-आम कहा जाता है. वहीं तीन महीने की दूसरी ट्रेनिंग को दौरा-ए-खास भी उसने ली थी. दोनों ट्रेनिंग उसे मुरादकी और मुजफ्फराबाद में दी गईं.
नावेद याकूब पांचवीं पास है और उर्दू-हिंदी और पंजाबी बोलना जानता है. आंतकी नावेद ने बताया कि उसने कश्मीर में ही ईद मनाया. नावेद ने ये भी बताया कि जब वो पाकिस्तान से भारत की सीमा में आया तब उसके पास सिर्फ जीपीएस सिस्टम और रेडियो सेट थे.