भारत सरकार ने पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर के उल्लंघन का मुंहतोड़ जवाब देने का मन बना लिया है. रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने अपने घर पर तीनों सेना प्रमुखों की बैठक की है. इसमें सेना को साफ निर्देश दिया गया है कि पाकिस्तानी गोलीबारी का वो मुंहतोड़ जवाब दे. आर्मी चीफ जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने रक्षा मंत्री को एलओसी पर बेकाबू होते पाकिस्तान और उससे खराब हुए हालात से वाकिफ कराया.
अब नहीं होगी फ्लैग मीटिंग
इस बीच, सीजफायर उल्लंघन पर भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान के साथ फ्लैग मीटिंग से इनकार कर दिया है. सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग रुकने तक बीएसएफ से फ्लैग मीटिंग ना करने को कहा गया है. गृह मंत्रालय ने पहले बीएसएफ को फ्लैग मीटिंग का निर्देश दिया था, लेकिन, अब भारत पाकिस्तान के पहल का इंतजार करेगा.(फोटो: आर एस पुरा के फ्लोरा गांव में पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में क्षतिग्रस्त मकान)
भारत की सख्ती के बावजूद फिर सरहद पार से फायरिंग शुरू हो गई है. पाकिस्तान की तरफ से पुंछ और हीरानगर सेक्टर में फिर गोलियां बरसी हैं. पाकिस्तानी सेना के निशाने पर सरहद से सटे बसे गांवों के लोग हैं. मंगलवार को पहली बार कठुआ जिले के गांव पाकिस्तानी रेंजरों की गोलीबारी का निशाना बने हैं.
एलओसी पर जारी है फायरिंग
पाकिस्तान की तरफ से बीती रात से शुरू हुई फायरिंग अब भी जारी है. बीएसएफ के 40 पोस्ट पर पाकिस्तान ने फायरिंग की है. पाकिस्तान ने इससे पहले आज दोपहर करीब डेढ़ बजे मेंढर सेक्टर के मानकोटे, सोनागली, बालनोई में पाकिस्तानी रेंजर्स ने फायरिंग की है. ये फायरिंग पाकिस्तान रेंजर्स के 655 मुजाहिद और 29 बलूट की टीम ने की है.(फोटो: अरनिया सेक्टर में पाकिस्तानी गोलीबारी के डर से गांव छोड़ने को मजबूर हैं स्थानीय लोग)
जम्मू-कश्मीर के अरनिया, आरएसपुरा के बाद अब पाकिस्तान ने अखनूर में भी सीजफायर का उल्लंघन किया है. पाकिस्तान की तरफ से जारी भारी गोलीबारी में कई लोग जान गंवा चुके हैं. सुबह आधे घंटे में ही अरनिया सेक्टर में 6 लोग घायल हो गए जबकि आरएसपुरा में 3 लोग घायल हो गए.
पाकिस्तानी सेना भी रेंजर्स के साथ
पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर उल्लंघन में नया खुलासा हुआ है. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ पाकिस्तानी सेना भी सीजफायर उल्लंघन में जुट गई है. सूत्रों के मुताबिक 120 एमएम मोर्टार से जो फायरिंग हो रही है वो पाकिस्तान की सेना कर रही है. क्योंकि पाकिस्तानी रेंजर्स के पास 120 एमएम मोर्टार नहीं होता है.