इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (आईएसआई) ने घाटी में अशांति को बढ़ावा देने के लिए सईद अली शाह गिलानी और आसिया अंद्राबी सहित कुछ कश्मीरी अलगाववादी नेताओं को 800 करोड़ रुपए दिए थे.
रिपोर्ट के मुताबिक उपरोक्त पैसे कथित तौर पर विभिन्न चैनलों के माध्यम से अलगाववादी नेताओं को भेजे गए थे. रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि नवंबर 2016 के बाद जब भारत में बड़े नोटों पर नोटबंदी की घोषणा हुई उसके बाद अवैध धन का आना काफी कम हो गया.
क्या कहती है आई बी की रिपोर्ट
- आईबी की रिपोर्ट के मुताबिक आईएसआई द्वारा भेजे गए पैसों का इस्तेमाल घाटी के पत्थरबाजों और पेट्रोल बम फेंकने वालों को पेमेंट करने में किया गया.
- रिपोर्ट में आईबी ने कहा है कि जुलाई 2016 से काफी पहले पाकिस्तान द्वारा घाटी में एक विद्रोह की योजना बनाई गई थी. रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वाणी के साथ हुई मुठभेड़ से आईएसआई को घाटी में विद्रोह की आग फैलाने में काफी मदद मिली.
- आईबी की रिपोर्ट के अनुसार, धन का एक बड़ा हिस्सा आतंकवादियों द्वारा भेजा गया था जो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी लांचपैड से भारत में घुसपैठ कर आए थे. उसके बाद पैसे दलालों और हवाला चैनलों के माध्यम से अलगाववादियों को बांटा गया था.
- रिपोर्ट के मुताबिक पैसों का इस्तेमाल घाटी में भारत-विरोधी और सुरक्षा बलों के खिलाफ भावनाएं भड़काने के लिए भी किया गया था.