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J&K नेशनल पैंथर्स पार्टी के संस्थापक भीम सिंह का निधन, लंबे समय से चल रहे थे बीमार

जम्मू कश्मीर के नेशनल पैंथर्स पार्टी के संस्थापक भीम सिंह का आज सुबह जम्मू में निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे.

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भीम सिंह फाइल फोटो
भीम सिंह फाइल फोटो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पत्नी जय माला के साथ पैंथर्स पार्टी की स्थापना
  • जीतते हुए भी हार गए चुनाव

कद्दावर नेता और जम्मू कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी (JKNPP) के संस्थापक और वरिष्ठ नेता भीम सिंह का जम्मू में निधन हो गया. उन्होंने आज सुबह जम्मू में अंतिम सांस ली. 80 साल के भीम स‍िंह काफी समय से बीमार थे. जम्मू कश्मीर के नेता सजाद लोन ने भीम सिंह की मौत पर दुख व्यक्त किया. सजाद ने ट्वीट में लिखा, एक व्यक्ति जिसके कई रोल हैं. कालातीत, निस्वार्थ और एक धर्मयोद्धा. वह मेरे पिता के सहयोगी और मित्र थे. सहारा की मोटर साइकिल पर सवार होकर फिलिस्तीन से लेकर इराक तक भीम सिंह जी के दोस्त हर तरफ थे. एक जन्मजात साहसी. उनकी आत्मा को शांति मिले.

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पत्नी जय माला के साथ पैंथर्स पार्टी की स्थापना
भीम सिंह का जन्म 17 अगस्त 1941 को हुआ था. वे एक राजनीतिज्ञ, कार्यकर्ता, वकील और लेखक थे. उन्होंने 1982 में अपनी पत्नी जय माला के साथ पैंथर्स पार्टी की स्थापना की. भीम सिंह 30 साल तक पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष रहे. 2012 से ये कमान उनके भतीजे हर्ष देव ने संभल लिया.

गठबंधन सरकार का हिस्सा
2021 में भीम सिंह एक बार फिर राजनीति में एक्टिव हुए. तब वे पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष चुने गए. 2002 के जम्मू और कश्मीर चुनावों में उनके नेतृत्व में पैंथर्स पार्टी ने उधमपुर जिले की सभी सीटों पर जीत हासिल की और गठबंधन सरकार का हिस्सा बनी.

हामिद अंसारी ने किया था किताब का विमोचन
2015 में भीम सिंह की किताब अनवेलिवेबल - डेल्ही टू इस्लामाबाद को देश के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने रिलीज किया. ऐसा माना जाता है कि वह 150 देशों की यात्रा करने वाले भारत के पहले व्यक्ति थे और उनकी किताब का दूसरा खंड इन यात्राओं का डॉक्यूमेंटेशन बताया जाता है.

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जीतते हुए भी हार गए चुनाव
पैंथर्स पार्टी के नेता के रूप में भीम सिंह ने 1988 के उधमपुर उपचुनाव में लोकसभा का चुनाव लड़ा. शुरुआती गिनती में 15 में से 12 क्षेत्रों में 33,000 से अधिक वोटों से आगे रहने के बाद भी उन्हें एक रीपोल में कांग्रेस (आई) के उम्मीदवार से 2,376 मतों से हार का मुंह देखना पड़ा. जम्मू और कश्मीर हाई कोर्ट में चुनौती दिए जाने के बाद अदालत ने चुनाव परिणाम को रद्द कर दिया.

भारतीय युवा कांग्रेस में कई प्रमुख पदों पर रहे
भीम सिंह भारतीय युवा कांग्रेस में कई प्रमुख पदों पर रहे. उन्होंने उपाध्यक्ष (1977-78), महासचिव (1974-76) और प्रधानमंत्री इंदिरा की और से नियुक्त जम्मू और कश्मीर राज्य युवा कांग्रेस के अध्यक्ष (1973-74) रहे. 1982 में JKNPP की स्थापना के लिए कांग्रेस पार्टी से अलग होने से पहले उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के रूप में कार्य किया.

PM मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रो भीम सिंह की मौत पर संवेदना जाहिर की है. पीएम ने ट्वीट में लिखा,  प्रो भीम सिंह जी को एक जमीनी नेता के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. वह बहुत पढ़े-लिखे और विद्वान थे. मैं उनके साथ अपनी बातचीत को हमेशा याद रखूंगा. उनके निधन से दुखी हूं. उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना. शांति.

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