कश्मीर घाटी में आतंकी हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. रविवार शाम को एक बार फिर आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में CRPF के एक कैंप पर हमला किया, जिसमें एक हवलदार शहीद हो गया, जबकि दो सैन्यकर्मी घायल हो गए. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
एक सीनियर पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा के काकापुरा में सीआरपीएफ के कैंप पर अंधाधुंध गोलीबारी की और ग्रेनेड फेंके. इसमें सीआरपीएफ का एक हवलदार शहीद हो गया और दो अन्य घायल हो गए. सीआरपीएफ के जिस कैंप पर हमला किया गया, वो काकापुरा रेलवे स्टेशन के नजदीक है.
सीआरपीएफ का यह कैंप राज्य में पंचायत चुनाव के मद्देनजर बनाया गया है. सीआरपीएफ की यह कंपनी पंचायत चुनाव में ड्यूटी के लिए शनिवार को यहां पहुंची थी. घटना के तत्काल बाद सीआरपीएफ के जवानों ने इलाके को घेर लिया, जिसके बाद आतंकवादियों से मुठभेड़ शुरू हो गई. आतंकी हमले में शहीद सैन्यकर्मी की पहचान चंद्रिका प्रसाद के रूप में हुई है.
कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों की कार्रवाई से आतंकी बौखलाए हुए हैं और लगातार सैन्यकर्मियों को निशाना बना रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक घाटी में इस समय करीब 325 आतंकी सक्रिय है, जिसमें 215 लोकल और 110 पाकिस्तानी आतंकी मौजूद हैं.
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान इन सर्दियों में आतंकियों की तादाद बढ़ाना चाहता है. पाकिस्तान की मंशा सर्दियों में सुरक्षा बलों पर आतंकी हमले तेज कराने की है. आजतक के पास मौजूद आतंकियों की लिस्ट के मुताबिक इस समय लश्कर के सबसे ज्यादा विदेशी और लोकल आतंकी घाटी में मौजूद हैं. इनकी संख्या 148 है.
वहीं, दूसरे नंबर पर हिजबुल के लोकल और पाकिस्तानी आतंकी शामिल हैं, जिनकी संख्या 117 है. इसके अलावा जैश-ए-मोहम्मद के 40 लोकल और पाकिस्तानी आतंकी मौजूदा समय में कश्मीर घाटी में सक्रिय हैं.