गोमांस पर प्रतिबंध को लेकर जम्मू-कश्मीर का सियासी महौल गरमा रहा है. आलम यह है कि पीडीपी-बीजेपी गठबंधन के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं और बीजेपी नेता राम माधव गठजोड़ की समीक्षा करने के लिए बुधवार को जम्मू पहुंच चुके हैं.
गौरतलब है कि मंगलवार को राज्य सरकार ने उपमहाधिवक्ता और अतिरिक्त महाधिवक्ता की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी. दोनों वरिष्ठ अधिवक्ता बीजेपी कोटे से बताए जा रहे हैं और वो गोमांस पर प्रतिबंध मामले से जुड़े हुए थे. उपमाधिवक्ता पद पर नियुक्ति से पहले परिमोक्ष सेठ ने ही राज्य में गोमांस पर प्रतिबंध के लिए जनहित याचिका दायर की थी, जबकि उस दौरान अतिरिक्त महाधिवक्ता विशाल शर्मा कोर्ट में सरकार का पक्ष रख रहे थे.
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने दोनों अधिवक्ताओं पर कार्रवाई से पहले उनकी राय नहीं ली थी. जानकारी के मुताबिक, बुधवार को राम माधव बीजेपी के कोर ग्रुप के साथ एक बैठक करने वाले हैं. इसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जुगल किशोर शर्मा, पूर्व अध्यक्ष मनहस, अशोक खजूरिया, अशोक कौल और दूसरे वरिष्ठ नेता शामिल होंगे.
करीब 12 बजे राम माधव राज्य में बीजेपी के मंत्रियों से भी मुलाकात करेंगे. जबकि दो बजे दिन में विधायकों और विधान परिषद के सदस्यों से भी बातचीत होगी.