कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बारिश के बीच ही जम्मू-कश्मीर में कठुआ के लखनपुर से अपनी भारत जोड़ो यात्रा शुरू कर दी है. इस दौरान वे जैकेट पहने दिखाई दिए. हालांकि कुछ घंटे तक उन्होंने उसे उतार दिया. दरअसल कुन्याकुमारी से यात्रा शुरू करने से लेकर पंजाब-हिमाचल तक राहुल गांधी केवल टीशर्ट पहने दिखाई दिए. इसको लेकर वह काफी चर्चा में भी रहे थे.
इस पर मीडिया ने जब उनसे पूछा था तो उनका कहना था कि उनको इस वजह से सर्दी नहीं लगती है क्योंकि वो ठंड से डरते नहीं है. जो भी लोग स्वेटर या जैकेट पहन रहे हैं वो ठंड से डरते हैं इसलिए उनको सर्दी लगती है. लेकिन मेरे केस में ऐसा नहीं है. मेरी यात्रा ही डर के खिलाफ है. मुझे डर नहीं लगता है.
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जानकारी के मुताबिक उनकी यात्रा जम्मू के लखनपुर से होते हुए कठुआ, हीरानगर, बनिहाल टनल होते हुए कश्मीर घाटी तक जाएगी. वह श्रीनगर में 30 जनवरी को एक विशाल रैली के साथ यात्रा का समापन करेंगे. यात्रा में उनके साथ संजय राउत भी चल रहे हैं. इस यात्रा में राहुल के साथ नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, सीपीएम नेता यूसुफ तारिगामी भी जुड़ेंगे.
मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों का दर्द बांटने आया हूं: राहुल
राहुल गांधी गुरुवार शाम को ही लखनपुर पहुंच गए थे. यहां उन्होंने महाराजा गुलाब सिंह की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए थे. नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने हाथ में मशाल लेकर उनका स्वागत किया था. इस दौरान उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने बहुत दुख देखे हैं. मैं यहां के लोगों का दुख-दर्द बांटने आया हूं. उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले मेरा परिवार जम्मू-कश्मीर में रहता था. जिस धरती पर मेरा परिवार रहता था, वहां मैं पैदल चलकर जा रहा हूं.
राहुल को यात्रा पैदल न करने की सलाह
सुरक्षा एजेंसियों को राहुल की सुरक्षा को लेकर सबसे बड़ी चिंता उनकी घाटी में होने वाली पैदल यात्रा है. यात्रा घाटी के कुछ ऐसे रास्तों से गुजरेगी, जहां फूल प्रूफ सिक्योरिटी के इंतजाम किए जा रहे हैं. यहां उनकी पुख्ता सुरक्षा कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ करेगी.
एजेंसियों ने राहुल गांधी के इनर घेरे में सिर्फ उनके जाने-पहचाने लोगों को ही शामिल करने की सलाह दी है. इसके साथ ही कश्मीर में कुछ जगहों पर पैदल न चलकर गाड़ी से यात्रा करने की सलाह दी गई है.
वहीं जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने मंगलवार को कहा था कि राहुल गांधी को पर्याप्त सुरक्षा दी जाएगी. पैदल यात्रा की अनुमति पर उन्होंने जवाब दिया था कि इसे इस तरह से तय किया जाएगा कि लोगों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े. यात्रा को जहां भी जरूरत होगी, सुरक्षा दी जाएगी.
तमिलनाडु से 7 सितंबर को चली थी यात्रा
7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा राहुल गांधी द्वारा श्रीनगर में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ समाप्त होगी. यात्रा अब तक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश को कवर लिया है.