जम्मू-कश्मीर विधानसभा में एक बड़ा टकराव टल गया है. विधानसभा ने निर्दलीय विधायक राशिद के अफजल गुरु पर लाए प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. अब विधानसभा में पिछले साल फांसी पर चढ़ा दिए गए आतंकी की कोई चर्चा नहीं होगी.
जम्मू-कश्मीर के निर्दलीय विधायक राशिद यह प्रस्ताव लेकर आए थे. उनकी मांग थी कि तिहाड़ में दफनाए गए अफजल का शव वापस कश्मीर में लाया जाना चाहिए. उसका इस्लामिक रीति रिवाजों के साथ अंतिम संस्कार किया जाए. विधानसभा में अपना प्रस्ताव सौंपते हुए राशिद ने कहा, 'विधानसभा को तय करने दीजिए की अफजल गुरु को मानवता के नाते वापस उसके घर लाना चाहिए या नहीं.'
2001 में भारतीय संसद पर हमले के मुख्य आरोपी अफजल को 2013 में फांसी पर लटका दिया गया था. अफजल को तिहाड़ में ही दफनाया गया. राशिद यह बिल 1 अप्रैल और 8 अप्रैल को पेश करने वाले थे. इन दो दिनों को प्राइवेट मेंबर प्रस्तावों के लिए सुरक्षित रखा गया था. हालांकि अब विधानसभा ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. अब इस प्रस्ताव पर विधानसभा में चर्चा भी नहीं होगी.