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मंत्रालय से खुश नहीं हैं सज्जाद लोन, नहीं संभालेंगे कार्यभार!

जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-बीजेपी गठबंधन को सत्ता संभाले अभी पांच दिन भी नहीं हुए हैं. लेकिन मुफ्ती मोहम्मद सईद की सरकार ने बयानबाजी के बल पर खूब नाम कमाया है, वहीं अब सरकार के अंदर असंतोष की भावना भी पैर पसारने लगी है. खबरों के मुताबिक, सज्जाद गनी लोन अपने विभाग को लेकर नाराज हैं.

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सज्जाद लोन की फाइल फोटो
सज्जाद लोन की फाइल फोटो

जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-बीजेपी गठबंधन को सत्ता संभाले अभी पांच दिन भी नहीं हुए हैं. लेकिन मुफ्ती मोहम्मद सईद की सरकार ने बयानबाजी के बल पर खूब नाम कमाया है, वहीं अब सरकार के अंदर असंतोष की भावना भी पैर पसारने लगी है. खबरों के मुताबिक, मंत्रालयों के विभाजन को लेकर दोनों दलों में मतभेद की स्थि‍ति बन रही है. जबकि अलगाववाद की धारा छोड़कर मुख्यधारा में लौटे पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन अपने विभाग को लेकर नाराज बताए जा रहे हैं.

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जानकारी के मुताबिक, सज्जाद लोन की नाराजगी ने सरकार के लिए नया संकट पैदा कर दिया है. सज्जाद के पदभार ग्रहण करने से इनकार कर दिया है. उनके साथ ही पीडीपी विधायक इमरान अंसारी ने भी अपना पदभार ग्रहण करने से मना कर दिया है.

सज्जाद लोन ने बुधवार को अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए सुबह कार्यालय जाने के बजाय जम्मू एयरपोर्ट से श्रीनगर के लिए हवाई जहाज पकड़ना बेहतर समझा. बीजेपी कोटे से मंत्री बने लोन को विज्ञान प्रौद्योगिकी और पशुपालन विभाग का जिम्मा सौंपा गया है, जबकि इमरान अंसारी को सूचना प्रौद्योगिकी, तकनीकी शिक्षा और युवा सेवा मामले विभाग दिए गए हैं.

बीजेपी नेताओं को दी जानकारी
सूत्रों ने बताया कि पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सभी छोटे-बड़े नेता और कार्यकर्त्ता अपने चेयरमैन को मिले विभाग से नाखुश हैं. खुद सज्जाद लोन को उम्मीद थी कि उन्हें ग्रामीण विकास विभाग, राजस्व या बिजली विभाग मिल सकता है. उनकी पार्टी ने इसे अपने नेता की बेइज्जती करार दिया है. करीबियों ने बताया कि सज्जाद ने बीजेपी नेताओं से बाबत बात की है और स्पष्ट कर दिया है कि वह ऐसे व्यवहार को सहन नहीं करेंगे.

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दूसरी ओर, पीडीपी के इमरान अंसारी ने भी पार्टी संरक्षक और मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के समक्ष अपनी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि कश्मीर में पीडीपी के खाते में पांच सीटें सिर्फ उनके खानदान की बदौलत ही आई हैं.

बीजेपी ने तय किया विभाग
इस बीच, शिक्षा मंत्री नईम अख्तर और पीडीपी के प्रमुख प्रवक्ता ने इस विवाद से जुड़े सवालों को टालते हुए कहा कि विभागों को बंटवारा पूरी तरह से मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है. सज्जाद लोन बीजेपी कोटे से मंत्री हैं और उन्हें कौन सा विभाग दिया जाए, यह बीजेपी ने ही तय किया है.

गौरतलब है कि सज्जाद गनी लोन को गठबंधन सरकार में बीजेपी के कोटे से कैबिनेट मंत्री बनाया गया है, जबकि इमरान अंसारी पीडीपी के दिवंगत नेता मौलाना इफ्तिखार हुसैन अंसारी के बेटे हैं. वह पट्टन से चुनाव जीते हैं, वहीं उनके चाचा ने पीडीपी के लिए श्रीनगर में नेशनल कॉन्फ्रेंस से उसका मजबूत किला जडीबल क्षेत्र जीता है. मुख्यमंत्री सईद ने मंगलवार को ही अपने मंत्रिमंडल में विभागों का बंटवारा किया है.

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