दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने कश्मीरी महिला अलगाववादी नेता व दुख्तरान-ए मिल्लत की चीफ आसिया अंद्राबी समेत उसकी दो सहयोगियो को 30 दिन की न्यायिक हिरासत मे भेज दिया है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आसिया और उसकी दो सहयोगियों-नाहिदा नसरीन और सोफी फहमीदा को देशद्रोह के आरोप में 5 जुलाई को श्रीनगर से गिरफ्तार किया था. जिसके बाद उन्हें 10 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया था.
गौरतलब है कि आसिया और उसकी सहयोगियों पर कश्मीर में टेरर फंडिंग करने से लेकर पत्थरबाजी के लिए महिलाओं को उकसाने तक के गंभीर आरोप है. इसके अलावा आसिया अंद्राबी पर नफरत भरे भाषण देने और मादक पदार्थों की तस्करी जैसे गंभीर आरोप को लेकर कई केस दर्ज किए जा चुके हैं. आसिया और दो सहयोगियों पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं- 120B, 121, 121A, 124A, 153A, 153B & 505 और यूएपीए एक्ट की धारा 18, 20, 38 & 39 के तहत मामला दर्ज है.
बता दें कि अलगाववादी संगठन दुख्तरान-ए-मिल्लत ने 23 मार्च को ‘पाकिस्तान दिवस’ के रूप में मनाया था. कार्यक्रम में मौजूद आसिया अंद्राबी ने अपने भाषण में कहा था कि धर्म, विश्वास और पैगंबर से प्रेम के आधार पर भारतीय उपमहाद्वीप के सभी मुसलमान पाकिस्तानी हैं. इतना ही नही इस दौरान पाकिस्तान का राष्ट्रगान भी गाया गया था. जिसके बाद में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आसिया अंद्राबी और उसके संगठन दुख्तरान-ए-मिल्लत के सदस्यों के खिलाफ 23 मार्च को हुए कार्यक्रम में देश विरोधी नारे लगाने और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का मामला दर्ज कर लिया.
NIA के मुताबिक दुख्तरान-ए-मिल्लत की ओर से धर्म के नाम पर विभिन्न समुदायों में शत्रुता, नफरत और दुर्भावना फैलाने की कोशिश की जा रही है. साथ ही इस संगठन की गतिविधियां सौहार्द के खिलाफ हैं. आसिया अंद्राबी प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से मदद मांगने के अलावा भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की आपराधिक साजिश में भी शामिल हुई.