पाकिस्तान द्वारा लगातार सीजफायर का उल्लंघन किये जाने के बाद उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे जम्मू पहुंचे. उन्होंने जवानों से पूछा कि क्या उन्हें दुश्मन पर गोली चलाने में मजा आता है? उन्होंने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ सीमावर्ती इलाकों तथा अंतरराष्ट्रीय सीमा का हवाई सर्वे किया.
शिंदे ने साम्बा में बीएसफ के अधिकारियों से स्थिति की जानकारी ली और फिर बीएसएफ की 68वीं बटालियन के मुख्यालय पहुंचे और जवानों से रू-ब-रू हुए. शिंदे ने जवानों को भरोसा दिलाया कि वे सीमा पर डटे रहें, पूरा देश उनके साथ है.
शिंदे ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सीमा पर पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन बड़ा मामला है और घुसपैठ की कोशिशों में भी इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि हमारे जवान पूरी जवाबी कारवाई कर रहे हैं, मगर सीमावर्ती गांव में कुछ डर का माहौल है. वहीं उन्होंने यह भी कहा के पाकिस्तान के साथ बातचीत ऐसे माहौल में नही हो सकती और इसके लिए अच्छे हालात होने चाहिये.
गृहमंत्री ने माना है कि सीमा के उस पार के इलाकों में इन दिनों लश्कर सरगना हाफिज सईद के देखे जाने की जानकारी है, लेकिन जब तक पाकिस्तान उसे नहीं सौंपता तब तक उसपर कोई कार्रवाई नहीं हो सकती.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ द्वारा कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच मुख्य मुद्दा बताये जाने पर शिंदे ने दो टूक कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और भारत और पाकिस्तान के साथ बातचीत में किसी तीसरे मुल्क की जरूरत नहीं है.