उत्तरी कश्मीर के अनंतनाग में हथियार बंद आतंकियों की ओर से पुलिसकर्मियों के शव के साथ बर्बरता करने का अमानवीय मामला सामने आया है. शुक्रवार शाम पुलिस दल पर घात लगाकर किए गए आतंकी हमले में एक एसएचओ समेत छह पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. लश्कर-ए-तैयबा के खूंखार आतंकियों ने पुलिसकर्मियों के चेहरे पर भी गोलियां मारी और उनके हथियार छीनकर फरार हो गए.
अनंतनाग के अचाबल में आतंकवादियों ने घात लगाकर यह आतंकी हमला किया, जिसमें एसएचओ फिरोज डार के साथ पांच पुलिसकर्मियों की मौत हो गई. पुलिस दल पर घात लगाकर किए गए हमले में 10 से 15 आतंकी शामिल रहे. इससे पहले जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में सुरक्षा बलों की फायरिंग में एक नागरिक की मौत हो गई थी.
आधिकारिक सूत्रों ने आज तक को बताया कि दोपहर बाद आतंकवादियों ने अचाबल इलाके के पास पुलिस पार्टी पर अंधाधुंध गोलियां चला दीं, जिसमें 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए. हमले में घायल सभी पुलिसकर्मियों को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया. वहीं, जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के इम्तियाज हुसैन ने हमले को अंजाम देने वाले आतंकी संगठन का सफाया करने की बात कही है.
पुलिस महानिदेशक एसपी वैद ने बताया कि शहीद थाना प्रभारी की पहचान उपनिरीक्षक फिरोज के रूप में हुई है, जो आतंकवादियों की अंधाधुंध गोलीबारी की चपेट में आ गए. वह पुलवामा के रहने वाले थे. उन्होंने कहा कि अन्य शहीदों में एक चालक और चार अन्य पुलिसकर्मी शामिल हैं जो अपनी जीप में नियमित ड्यूटी पर थे. उधर, जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इसे कायराना हमला करार दिया है.
That they were killed is bad enough, that they were disfigured is dastardly, cowardly & to my recollection unprecedented in recent years. https://t.co/aZiOh3mkSv
— Omar Abdullah (@abdullah_omar) June 16, 2017
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ होने का संदेह है. उसने अरवनी मुठभेड़ का बदला लेने के लिए यह हमला कराया होगा, जिसमें उसके स्थानीय कमांडर जुनैद मट्टू के मारे जाने की बात कही जा रही है.
बिजबेहड़ा के अरवनी में मुठभेड़ आज सुबह शुरू हुई और इसमें सभी तीन आतंवादियों के मारे जाने की बात कही जा रही है. अभी तक कोई शव बरामद नहीं हुआ है. अधिकारियों ने कहा कि सेना क्षेत्र की तलाशी ले रही है. आतंकी हमले के बाद सेना, एसओजी, सीआरपीएफ और पुलिस के ने हमलावरों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है.