जम्मू कश्मीर में दो महीने के लिए एलपीजी सिलेंडर का स्टॉक करने की बात को सरकार ने खारिज कर दिया है. खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले (एफसीएस एंड सीए) विभाग ने कहा कि कुछ लोग कश्मीर घाटी में एलपीजी स्टॉक के संबंध में गलत जानकारी फैला रहे हैं. विभाग ने एक बयान जारी कर कहा कि कुछ लोग एफसीएस एंड सीए के निदेशक के पत्र का हवाला देकर अफवाह फैला रहे हैं.
बता दें कि रविवार को जम्मू कश्मीर सरकार ने दो अलग-अलग आदेश जारी किए थे. एक आदेश में कश्मीर में लोगों से कम से कम दो महीने के लिए एलपीजी सिलेंडर का स्टॉक करने के लिए कहा गया है. इस आदेश के बाद लोगों में चिंता बढ़ गई थी.
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विभाग ने क्या कहा
एफसीएस एंड सीए विभाग ने कहा कि कुछ लोग कश्मीर घाटी में एलपीजी स्टॉक के संबंध में गलत जानकारी फैला रहे हैं. मानसून के मौसम के दौरान आवश्यक वस्तुओं (विशेषकर एलपीजी) की किसी भी कमी को रोकने के लिए, निदेशक, एफसीएस और सीए कश्मीर द्वारा लिखा गया है.
विभाग ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि एनएच -44, रामबन-जेटी खंड के बीच बारिश के दौरान स्थिति खराब रहती है. वर्तमान में हम कश्मीर में लगभग एक महीने के स्टॉक को बनाए रखते हैं. हमने एलपीजी कंपनियों से अनुरोध किया है कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए लगभग 2 महीने तक स्टॉक बनाए रखने पर ध्यान दें.
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दरअसल, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के सलाहकार ने एक बैठक में घाटी में एलपीजी के पर्याप्त स्टॉक को सुनिश्चित करने के लिए दिशानिर्देश दिए हैं. आदेश में कहा गया है कि भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने के कारण आपूर्ति प्रभावित हो सकती है. इस आदेश को 'मोस्ट अर्जेंट मैटर' के रूप में वर्णित किया गया है.