जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में एक बार फिर से आतंकी हमला हुआ है. रविवार शाम आतंकियों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता सईद तौकीर के निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) पर फायरिंग की. अनंतनाग के कोकेरनाज के हिल्लार इलाके में आतंकियों की फायरिंग में सईद तौकीर के पीएसओ घायल हो गए. उनको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.
इस आतंकी हमले में शहीद हुए पीएसओ की पहचान सेलेक्शन ग्रेड कॉन्स्टेबल रियाज अहमद के रूप में हुई है. यह पहली बार नहीं, जब कश्मीर घाटी में आतंकियों ने राजनीति से जुड़े लोगों और उनके सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाया है. इससे पहले भी कई बार नेताओं पर आतंकी हमले कर चुके हैं.
वहीं, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी कॉन्स्टेबल रियाज अहमद खान की मौत पर दुख व्यक्त किया है. उमर अब्दुल्ला ने लिखा कि पीएसओ रियाज अहमद उनके साथ कई वर्षों से थे और उनकी मौत हो गई. हालांकि इस हमले में मेरे सहयोगी तौकीर बाल-बाल बच गए. मैंने अभी तौकीर से बात की है. उन्होंने कहा कि मैं इस हमले की कड़ी निंदा करता हूं और शहीद के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.
My colleague from Kokernag in South Kashmir Judge (Retd) Tauqeer Sb was just attacked by militants.While he escaped unhurt his security officer was hit & killed in the line of duty. I unreservedly condemn this dastardly attack & convey my condolences to the family of the deceased
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) July 14, 2019
सुप्रीम कोर्ट ने आतंकी हमले का मुकाबला न करने और मुंहतोड़ जवाब न देने वाले सैनिक की बर्खास्तगी को जायज मानते हुए उसकी सजा बरकरार रखी थी. हमला 2006 में जम्मू कश्मीर के एक गांव में हुआ था. बर्खास्त सिपाही के खिलाफ आरोप था कि आतंकवादियों ने हमला कर उसके साथी गुरमेल सिंह को मार डाला था. फिर भी उसने आतंवादियों पर पलटवार नहीं किया. जबकि उसके पास AK47 और पिस्टल थी.