जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से घाटी के कुछ इलाकों में इंटरनेट और फोन सेवा पर पाबंदी लगाई गई. भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया. इस दौरान सेना पर मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोप भी लगाए गए. लेकिन शुक्रवार को भारतीय सेना के दरियादिली के कारण एक कश्मीरी बच्ची की जान बच गई.
दरअसल, 11 वर्षीय यसमीना को सांप ने काट लिया. इसके बाद उसे इलाज के लिए आर्मी हॉस्पिटल लाया गया. इस दौरान सेना ने दरियादिली दिखाई और यसमीना को भर्ती कर लिया. आर्मी हॉस्पिटल के एग्जीक्यूटिव अफसर बीसी नांबियर ने बताया कि यसमीना को बेहद नाजुक हालत में हॉस्पिटल लाया गया था. बेहतर इलाज के जरिए उसकी जिंदगी बचा ली गई. अब अगले 72 घंटे में उसे हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.
SRINAGAR: Yasmeena, an 11-year-old girl was treated at Army Hospital after she was bitten by a snake. BC Nambiar, Executive Officer Army Hospital says,"She came here in critical condition, however, with proper treatment we saved her life. She'll be discharged in next 72 hrs." pic.twitter.com/XU3HEvuser
— ANI (@ANI) September 6, 2019
भारतीय सेना की दरियादिली की यह ताजा मिसाल उस समय देखने को मिली है, जब सेना पर मानवाधिकार के उल्लंघन के आरोप लगाए जा रहे हैं. जेएनयू की पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष शेहला रशीद ने कश्मीर घाटी में भी सेना पर लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है. हालांकि सेना शेहला रशीद के आरोपों को सिरे से खारिज कर चुकी है. शेहला रशीद के खिलाफ सेना पर झूठे आरोप लगाने पर राजद्रोह का केस भी दर्ज किया गया है. अब यसमीना को बचाने की ताजा घटना शेहला रशीद के आरोपों का करारा जवाब है.
यह पहली बार नहीं है, जब सेना ने दरियादिली दिखाते हुए कश्मीरियों की जान बचाई है. इससे पहले कश्मीर में जब बाढ़ आई थी, तो सेना के जवानों ने अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को बचाया था. सेना के जवानों ने लोगों को अपने कंधे और नौका से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया था. इसे लेकर सेना की जमकर तारीफ हुई थी.
आपको बता दें कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से जम्मू-कश्मीर में पाबंदी लगाई गई है. हालांकि सरकार हालात को सामान्य करने की पुरजोर कोशिश में जुटी हुई है. सरकार का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में हालात तेजी से सुधर रहे हैं. चरणबद्ध तरीके से पाबंदी हटाई जा रही है.