श्रीनगर में सीआरपीएफ मुख्यालय के पास सोमवार को शुरू हुआ आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन मंगलवार दोपहर को खत्म हुआ. इस एनकाउंटर में दोनों आतंकियों को मार गिराया है. जबकि सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हुआ है और एक घायल हुआ है. ये ऑपरेशन करीब 32 घंटे तक चला.
सोमवार सुबह करीब 4.30 बजे दो-तीन आतंकियों ने सीआरपीएफ मुख्यालय में हथियारों समेत घुसने की कोशिश की थी, जिसके बाद पास की ही बिल्डिंग में एनकाउंटर चल रहा था.
CRPF-JK पुलिस की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस
श्रीनगर एनकाउंटर खत्म होने के बाद सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने बताया कि इस एनकाउंटर में दो आतंकियों को मार गिराया है, ये आतंकी लश्कर के थे. इस ऑपरेशन में एक सीआरपीएफ जवान शहीद हो गया था.
उन्होंने बताया कि ये ऑपरेशन रिहायशी इलाके में चल रहा था, इसी कारण 5 सीआरपीएफ जवानों के परिवारों को ऑपरेशन के दौरान सुरक्षित निकाला गया. जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी एसपी पाणी ने बताया कि संतरी ने आतंकियों को मुख्यालय के पास आते हुए देखा, जब उनपर सावधानी के लिए फायरिंग की गई. जिसके बाद वे बिल्डिंग में छुप गए थे. उन्होंने बताया कि जो जवान घायल हुआ है, वह खतरे से बाहर है.
: IGP Kashmir SP Pani: The operation is on. The forces are in the advance stages of the encounter. Two militants are inside and they have been hiding in a built up concrete structure
Encounter is still going on, we are operating cautiously to avoid any collateral damage to citizens and property: Zulfiqar Hasan, IG Operation, CRPF on encounter underway in Srinagar's Karan Nagar #JammuAndKashmir pic.twitter.com/I7af7y6dnC
— ANI (@ANI) February 13, 2018
#WATCH J&K: Encounter underway between security forces and terrorists in Srinagar's Karan Nagar (Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/sECH5chjMJ
— ANI (@ANI) February 13, 2018
एनकाउंटर के दूसरे दिन आतंकियों पर नज़र रखने के लिए ड्रोन की मदद ली जा रही थी. सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के सीनियर अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं. सुरक्षाबलों ने करन नगर के आस-पास के इलाके को घेरा हुआ था.
आपको बता दें कि जिस बिल्डिंग में आतंकी छुप कर बैठे थे, वह बिल्कुल नई बनी है. इसी कारण से अभी बिल्डिंग की खिड़कियों में शीशे नहीं है, इसलिए ड्रोन के जरिए अंदर की तस्वीरें भी साफ दिख सकती है.
बता दें कि सोमवार को हुए इस हमले की कोशिश में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया था. लश्कर-ए-तैयबा ने सीआरपीएफ के शिविर पर इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है. कश्मीर में इस आतंकी संगठन के सरगना ने ईमेल के जरिए जारी बयान में कहा कि उसके लोगों ने इस हमले को अंजाम दिया.
मुफ्ती ने की थी पाकिस्तान से बात की पैरवी
सोमवार को जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्य में हिंसा खत्म करने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच नए सिरे से बातचीत की पैरवी की थी मुख्यमंत्री ने कुछ मीडिया समूहों पर निशाना साधा और दावा किया कि मीडिया ने ऐसा माहौल तैयार कर दिया जिसमें बातचीत के बारे में जिक्र करना भी राष्ट्र विरोधी मान लिया गया है.
उन्होंने राज्य विधानसभा में कहा, ‘‘अगर फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती पाकिस्तान के साथ बातचीत करने को कहते हैं तो उन्हें राष्ट्र विरोधी करार दिया जाता है. बातचीत के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है.’’
गौरतलब है कि छह फरवरी को आतंकवादियों ने इसी अस्पताल से लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी नवीद जट उर्फ अबु हंजला को पुलिस हिरासत से छुड़ा लिया था. आपको बता दें कि दो दिन पहले ही जम्मू के सुंजवां इलाके में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने सेना के शिविर पर हमला कर दिया था जिसमें पांच सैनिकों सहित कुल छह लोग मारे गए थे.