जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला नजरबंद हैं. उनको श्रीनगर के हरि निवास गेस्ट हाउस में रखा गया है, जहां वो अपना समय लिखने-पढ़ने, स्केच बनाने और जिम करने में गुजारते हैं. वो ज्यादातर समय अपने कमरे के अंदर ही रहते हैं. उनको घर का बना डिनर परोसा जाता है. नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला को टीवी नहीं दिया गया है, लेकिन न्यूजपेपर और डीवीडी उपलब्ध कराए गए हैं. अब्दुल्ला ने न्यूजपेपर और डीवीडी उपलब्ध कराने के लिए हाल ही में अपील की थी.
आज तक को उमर अब्दुल्ला के डेली रूटीन का शेड्यूल मिला है, जिसके मुताबिक वो दो घंटे जिम और कसरत करते हैं. वो सुबह खुले में टहलते हैं, लेकिन ज्यादातर समय उनका कमरे के अंदर ही बीतता है. नजरबंद किए जाने के बाद उनका वजन कम हुआ है. उन्होंने मुस्कुराना बंद कर दिया है और कभी-कभार मुस्कुराते हैं. हालांकि सिक्योरिटी स्टाफ के साथ उनका व्यवहार बेहद शालीन है.
उमर अब्दुल्ला का मॉर्निंग शेड्यूल
डेली शेड्यूल के मुताबिक उमर अब्दुल्ला सुबह 5:45 बजे उठते हैं और नमाज पढ़ते हैं. इसके बाद वो एक कप कॉफी पीते हैं और सात बजे से एक घंटे तक मॉर्निंग वॉक करते हैं. उनको मॉर्निंग वॉक के लिए गेस्ट हाउस के परिसर में खुली जगह उपलब्ध कराई गई है. इसके बाद 8:30 बजे से 9 बजे के बीच उनको घर का बना ब्रेकफास्ट दिया जाता है.
यहां दिलचस्प बात यह है कि उमर अब्दुल्ला रोजाना अच्छे कपड़े पहनते हैं. सूत्रों के मुताबिक जब वो खेलते हैं, तब रंगीन टी-शर्ट पहनते हैं. उनकी टी-शर्ट का ज्यादातर हिस्सा लाल और काला होता है. उन्होंने अपनी दाढ़ी बढ़ा ली है. वो ज्यादातर समय कमरे की खिड़की के पास गुजारते हैं और डल झील को निहारते रहते हैं. वो कभी कभार स्केचिंग करते हैं और रोजाना कुछ न कुछ लिखते हैं.
दोपहर में क्या करते हैं उमर अब्दुल्ला
उमर अब्दुल्ला दोपहर में लंच करते हैं. यह लंच उनको गेस्ट हाउस में बनाकर दिया जाता है, जबकि उनके लिए डिनर घर में बनता है. उमर अब्दुल्ला को रोजाना जो खाना दिया है, उसकी जांच की जाती है. सूत्रों के मुताबिक उनके खाने की जांच सिक्योरिटी प्रोटोकोल के तहत की जाती है. आपको बता दें कि उमर अब्दुल्ला को जेड प्लस सिक्युरिटी मिली हुई है. उमर अब्दुल्ला को एक आंटी, बहनों और दो भतीजों से मिलने की इजाजत दी जाती है.
उमर अब्दुल्ला का इवनिंग शेड्यूल
डॉक्टरों की एक टीम रोजाना उमर अब्दुल्ला के स्वास्थ्य की जांच करती है. इसके बाद गृह मंत्रालय को मेडिकल बुलेटिन सौंपी जाती है. उमर अब्दुल्ला को टीवी नहीं दिया गया है, लेकिन उनको किताबें, न्यूजपेपर और डीवीडी उपलब्ध कराए गए हैं. उमर अब्दुल्ला ने इनके लिए हाल ही में अपील की थी.