कश्मीर के शोपियां में आतंकियों ने कश्मीरी पंडित पूरन कृष्ण भट की गोली मारकर हत्या कर दी. पूरन की हत्या के बाद बाद अब उनकी बहन नीलम भट ने कई खुलासे किए हैं. नीलम ने बताया कि उनके भाई को खतरे का आभास पहले ही हो गया था. शुक्रवार शाम को ही उनकी अपने भाई पूरन से फोन पर बात हुई थी. पूरन ने उन्हें बताया था कि वे खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.
नीलम ने बाताया कि पूरन ने जैसे ही हमें असुरक्षित लगने की बात बताई. हमारा परिवार डर गया था और हमने उन्हें तत्काल वहां से भागकर जम्मू वापस आने के लिए कहा था. लेकिन पूरन ने हमारी बात नहीं मानी. उन्होंने कहा कि वे सेब बेचकर अपने बच्चों की एजुकेशन के लिए पैसों की व्यवस्था करने में जुटे हुए हैं.
नीलम ने आगे कहा कि कश्मीर घाटी में हिंदू सुरक्षित नहीं है. घाटी में हमारे मुस्लिम पड़ोसी भी हमसे कहते थे कि वो हमें बचा नहीं पाएंगे. मैं सभी हिंदुओं को सलाह देती हूं कि वे घाटी छोड़ दें. नहीं तो आतंकी सभी कश्मीरी पंडितों की हत्या कर देंगे.
पूरन कृष्ण भट की बहन नीलम ने कहा कि कुछ हफ्ते पहले दहशतगर्दों ने एक स्कूल में आतंक मचाया था. आतंकी वहां 3 हिंदू शिक्षकों की तलाश कर रहे थे. लेकिन किस्मत से तीनों हिंदू टीचर वहां मौजूद नहीं थे. आतंकी हमारे इलाके में हिंदुओं को मारने का मौका ढूंढ रहे थे.
बता दें कि आतंकियों ने वारदात को उस समय अंजाम दिया, जब पूरन कृष्ण भट शोपियां के चौधरी गुंड में सेब के बाग जा रहे थे. उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. पुलिस ने शोपियां के उस पूरे इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन भी चलाया.
जम्मू में कश्मीरी पंडितों का प्रदर्शन
शोपियां में हुई कश्मीरी पंडित की टारगेट किलिंग को लेकर जम्मू में विरोध प्रदर्शन किया गया. जम्मू में प्रवासी कश्मीरी पंडित कर्मचारियों ने पूरन कृष्ण भट की हत्या के विरोध में विरोध मार्च भी निकाला.
उपराज्यपाल ने की निंदा
घटना पर जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ट्वीट कर कहा था कि शोपियां में पूरन कृष्ण भट्ट पर आतंकियों का हमला कायराना हरकत है. पीड़ित परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं. मैं लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि अपराधियों और आतंकियों को सहायता और उकसाने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
बढ़ीं टारगेट किलिंग की घटनाएं
जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाएं इस साल अप्रैल-मई से बढ़ गई हैं. बीते 12 मई को बड़गाम जिले में आतंकियों ने राजस्व विभाग के एक अधिकारी को गोली मारी गई. तहसील ऑफिस में घुसकर आतंकियों ने कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट नाम के अधिकारी को निशाना बनाया. राहुल की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई.
महिला टीचर की गोली मारकर हत्या
इसके बाद 31 मई को कुलगाम में आतंकियों ने महिला टीचर रजनीबाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी. वह सांबा की रहने वाली थीं. उनकी हत्या कुलगाम के गोपालपोरा में की गई थी. रजनी गोपालपोरा हाई स्कूल में टीचर थीं. फायरिंग के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था. इलाज के दौरान उनकी मौत हुई थी.