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J-K: DSP अयूब पंडित की हत्या के बाद घाटी में पत्थरबाजी की घटनाओं में 50% कमी

डीआईजी कौल के मुताबिक DSP अयूब पंडित की हत्या के बाद कश्मीर में देश विरोधी ताकतों को मिलने वाला समर्थन कुछ कमजोर हुआ है. उन्होंने कहा, "इस साल ईद पर पत्थरबाजी की घटनाओं में कमी आई है. सूत्रों के मुताबिक आज ईद पर पत्थरबाजी की घटनाएं 50 फीसदी कम हुईं."

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DSP अयूब पंडित
DSP अयूब पंडित

ईद की सुबह घाटी में हुई पत्थरबाजी पर 'आज तक' ने सीआरपीएफ के डीआईजी नरिंदर कौल से बातचीत की. कौल ने बताया कि इस साल ईद पर पत्थरबाजी की घटनाओं में कमी आई है.

डीआईजी कौल के मुताबिक DSP अयूब पंडित की हत्या के बाद कश्मीर में देश विरोधी ताकतों को मिलने वाला समर्थन कुछ कमजोर हुआ है. उन्होंने कहा, "इस साल ईद पर पत्थरबाजी की घटनाओं में कमी आई है. सूत्रों के मुताबिक आज ईद पर पत्थरबाजी की घटनाएं 50 फीसदी कम हुईं."

CRPF के डीआईजी ने कहा, "इस बार ईद की सुबह पत्थरबाजी की इंटेंसिटी पहले सालों से थोड़ी कम थी. DSP पंडित के साथ हुई घटना के बाद कश्मीर में फर्क पड़ा है."

कौल के मुताबिक DSP पंडित के साथ हुई घटना के बाद कश्मीर की आवाम पत्थरबाजों के खिलाफ हुई है. आपको बता दें कि इसके पहले शहीदों के परिवार ने भी आतंकियों और पत्थरबाजों के खिलाफ आवाज उठाई थी.

कौल ने आगे कहा, "पहले से बहुत फर्क है. जब यहां ईद होती है नमाज अदा करने के लिए काफी बड़ी संख्या में लोग आते हैं. इस बार वह बहुत कम थे. इस बार जो पत्थरबाजी सुबह हुई उसकी इंटेंसिटी पहले सालों से थोड़ी कम थी. उसका रीजन यही है जो DSP अयूब पंडित के साथ लिंचिंग वाली घटना हुई. हमारे DSP शहीद हुए हैं तो जो स्थानीय लोग हैं उनके द्वारा इसकी बड़ी निंदा की जा रही है."

कौल ने कहा, "बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी. हम भी इसकी निंदा करते हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि जो स्थानीय लोग हैं उनके अंदर भी इसको लेकर बड़ा रोष है. इस बारे में मुझे लगता है जरूर फर्क आएगा (पत्थरबाजों और आतंकियों को मिलने वाले सपोर्ट). लोग समझते हैं कि अब स्थानीय लोगों को भी नहीं बख्शा जा रहा है. सारे लोग एक जैसे नहीं हैं. कुछ असामाजिक तत्व हैं. और जो लोकल आवाम है उनकी समझ में ये आने लगा है."

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