नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीरी पंडितों के ताजा पलायन के मुद्दे पर आज तक से विशेष रूप से बात की. अब्दुल्ला ने इस मामले में पीएम मोदी और एचएम अमित शाह के हस्तक्षेप की मांग की है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को इस मामले को तुरंत देखना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों की लक्षित हत्याओं और अल्पसंख्यक हिंदुओं के पलायन पर एक सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए. पीएम नहीं तो कम से कम एलजी मनोज सिन्हा को लक्षित हत्याओं पर एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए.
100% हिंदू रहित हो सकता है कश्मीर
अब्दुल्ला ने कहा 'अगर मामले में तुरंत कुछ नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में कश्मीरी 100% हिंदू रहित हो सकता है. कश्मीरी पंडितों के लिए 1990 जैसे हालात लौट आए हैं. मैं हत्याओं के लिए जिम्मेदार नहीं हूं. मैंने कोई आतंकवाद समर्थक बयान नहीं दिया है.'
सरकार के लंबे दावों का पर्दाफाश
उन्होंने कहा कि कश्मीर में सामान्य स्थिति के सरकार के लंबे दावों का पर्दाफाश हो चुका है. मैं सरकार को सुझाव देने के लिए तैयार हूं, लेकिन सरकार को पहला कदम उठाना होगा और सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए. मैं डरे हुए कश्मीरी पंडितों से मिलने जाऊंगा. ब्रिटेन में माइनॉरिटी के पीएम ऋषि सुनक को लेकर ने कहा कि भारत में कभी कोई मुस्लिम पीएम नहीं हुआ. समय आएगा जब एक मुसलमान भारत का पीएम बनेगा.
लगातार पलायन कर रहे कश्मीरी पंडित
गौरतलब है कि कश्मीर में जारी टारगेट किलिंग के डर से हर दिन और अधिक कश्मीरी पंडित कश्मीर घाटी से निकल रहे हैं. लगातार जारी पलायन में, पूरन कृष्ण भट की हालिया हत्या के बाद दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के चौधरीगुंड इलाके से बीते बुधवार को 10 कश्मीरी पंडित अपने परिवारों (30 से 40 लोग) समेत निकल गए हैं. बता दें कि चौधरीगुंड वो गांव है जहां से आज तक कश्मीरी पंडितों का पलायन नहीं हुआ था लेकिन अब यह भी हो गया.
बढ़ी हैं टारगेट किलिंग की घटनाएं
बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाएं इस साल अप्रैल-मई से बढ़ गई हैं. बीते 12 मई को बड़गाम जिले में आतंकियों ने राजस्व विभाग के एक अधिकारी को गोली मारी. तहसील ऑफिस में घुसकर आतंकियों ने कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट नाम के अधिकारी को निशाना बनाया. राहुल की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. वहीं, इसके बाद 31 मई को कुलगाम में आतंकियों ने महिला टीचर रजनीबाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी. वह सांबा की रहने वाली थीं. उनकी हत्या कुलगाम के गोपालपोरा में की गई थी. रजनी गोपालपोरा हाई स्कूल में टीचर थीं. फायरिंग के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था. इलाज के दौरान उनकी मौत हुई थी.