जम्मू के सुंजवां आर्मी कैंप में पिछले 13 घंटे से जारी ऑपरेशन में सेना को बड़ी कामयाबी मिली है. जवानों ने जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकी को ढेर कर दिया है. अभी भी कुछ दहशतगर्द छिपे हैं. हमले में 2 जवान शहीद हुए हैं, जबकि 4 लोग घायल हो गए हैं. आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन को सुंजवां में चल रहे ऑपरेशन और हालिया स्थिति के बारे में जानकारी दी है. अब इस ऑपरेशन में वायु सेना भी शामिल हो गई है. ऑपरेशन के लिए उधमपुर से पैरा कमांडो बुला लिए गए हैं. ऑपरेशन पिछले सात घंटे से जारी है. हमले के चलते कश्मीर से लेकर दिल्ली तक अलर्ट जारी कर दिया गया है. जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर चौकसी और बढ़ा दी गई है.
इस बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के डीजीपी से बात की है. डीजीपी एसपी वैद्य ने आतंकी हमले के बारे में गृहमंत्री को पूरी जानकारी दी है. गृह मंत्रालय पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. आतंकियों के खात्मे के लिए सेना का ऑपरेशन जारी है. गृहमंत्री ने कहा है कि हमारे सैनिक अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं. आप आश्वस्त रहिए.
HM Shri @rajnathsingh spoke to DG Jammu and Kashmir Police, Shri @spvaid regarding the terrorist attack on Army camp in Jammu. The DGP has apprised him of the situation. The MHA is closely monitoring the situation.
— HMO India (@HMOIndia) February 10, 2018
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट कर सुंजवां हमले पर प्रतिक्रिया दी है.
News from Jammu & the encounter in #Sunjwan is extremely disturbing. Hoping for an end to the encounter without any loss of life among the security forces & their families.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) February 10, 2018
सुबह 5 बजे के करीब आतंकियों ने किया हमला
बता दें कि आतंकियों ने ये आत्मघाती हमला शनिवार को तड़के सुबह 5 बजे के आसपास किया. जानकारी के मुताबिक, 3-4 आतंकी कैंप के पीछे के इलाके से जाली काटकर अंदर घुसे. इसके बाद उन्होंने गोलीबारी शुरू की.
आतंकियों के इस हमले का क्विक रेस्पांस टीम ने भी जवाब दिया है. हमले को देखते हुए पूरे जम्मू में हाई अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही इलाके को सील कर दिया गया है. सुरक्षा बल हेलिकॉप्टर के जरिए निगरानी रख रहे हैं.
हमले के पीछे हो सकता है जैश ए मोहम्मद
हालांकि, अभी तक आतंकियों को न्यूट्रलाइज किए जाने की खबर नहीं आई है. ताजा जानकारी के मुताबिक, ये सभी आतंकी आर्मी कैंप के रिहायशी इलाके में छिपे हुए हैं. खुफिया सूत्रों के मुताबिक अफजल गुरू की बरसी को देखते हुए पूरे जम्मू कश्मीर में हाई अलर्ट घोषित किया गया था. खुफिया सूत्रों ने आत्मघाती हमले की आशंका जताई थी. इस हमले के पीछे जैश ए मोहम्मद का हाथ हो सकता है.
जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी एसडी सिंह जामवाल ने आजतक को बताया कि आर्मी कैंप में सुबह करीब 4.55 बजे कुछ संदिग्ध गतिविधि देखी गईं. इसके बाद आतंकियों ने गार्ड्स के बंकर पर फायरिंग शुरू कर दी.
उन्होंने बताया कि आतंकी आर्मी कैंप में फैमिली क्वार्टर की तरफ छिपे हुए हैं. फिलहाल, ऑपरेशन जारी है. हालांकि, कितने आतंकी हैं, इस पर अभी तस्वीर साफ नहीं हो पाई है. लेकिन बताया जा रहा है कि इनकी संख्या 3-4 हो सकती है.
जिस तरफ से आतंकी कैंप में घुसे हैं, वो रिहायशी इलाका है. यहां जवानों के रेसिडेंशियल कॉम्प्लेक्स हैं. सुंजवां आर्मी के पीछे की साइड ये पूरा एरिया है. जहां आतंकियों ने घुसपैठ की और जवानों को निशाना बनाया.
बंद कराए गए स्थानीय स्कूल
आतंकी हमले को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने स्कूलों ने जम्मू शहर में स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी किए हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'हमने स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके.'
बता दें कि इससे पहले 31 दिसंबर 2017 को आतंकियों ने पुलवामा में सीआरपीएफ कैंप को निशाना बनाया था. जैश के 2 आतंकियों ने अवंतिपुरा के लीथपोरा में अटैक किया था. इस अटैक में 5 जवान शहीद हो गए थे, जबकि घंटों गोलीबारी के बाद सुरक्षाबलों ने दोनों आतंकियों को ढेर कर दिया था.