पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के संरक्षक और पूर्व डिप्टी सीएम मुजफ्फर हुसैन बेग ने कहा कि 'टू नेशन थ्योरी' न तो जिन्ना ने बनाई थी और न ही सावरकर ने, बल्कि अंग्रेजों ने इस थ्योरी को बनाया. इसके तहत उन्होंने हिंदुओं और मुसलमानों का बंटवारा किया.
पीडीपी के वरिष्ठ नेता और प्रसिद्ध वकील मुजफ्फर हुसैन बेग ने कहा, 'मैं सरकार से अपील करता हूं कि वो जम्मू-कश्मीर को अनुच्छेद 370 या किसी अन्य तरीके से डोमिसाइल अधिकार दे.' डोमिसाइल अधिकार का मतलब वहां के शैक्षणिक संस्थानों में, नौकरियों में और जमीन के मालिकाना हक में स्थानीय लोगों की हिस्सेदारी से है.
मुजफ्फर बेग ने महबूबा मुफ्ती पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें कभी यह नहीं कहना चाहिए कि अगर 370 को हटा दिया जाता है, तो कोई भी तिरंगा नहीं रखेगा. उनके इस बयान की वजह से जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश के रूप में बदल दिया गया.
विदेशी राजनयिकों के कश्मीर दौरे पर बेग ने कहा, 'मैं यूरोपीय संघ के सांसदों से भी पहले मिला था, मैंने उनसे कहा था कि पाकिस्तान शिमला समझौते से बाध्य है.'
बता दें कि जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के बाद भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ आई जस्टर समेत 17 देशों के राजनयिक मौजूदा स्थिति का मुआयना करने गुरुवार को श्रीनगर पहुंचे हैं. राजनयिकों के इस प्रतिनिधिमंडल में अमेरिका के अलावा बांग्लादेश, वियतनाम, नोर्वे, मालद्वीप, दक्षिण कोरिया, मोरक्को और नाइजीरिया के राजनयिक भी शामिल हैं.
दिल्ली में रहने वाले ये राजनयिक विशेष विमान से श्रीनगर पहुंचे हैं. कश्मीर में नवगठित केंद्र शाषित प्रदेश के शीर्ष अधिकारियों ने उनका स्वागत किया. गुरुवार को वो जम्मू में हैं और रात में वहीं ठहरेंगे. ये राजनयिक उपराज्यपाल जी. सी. मुर्मू और नागरिक समूह के सदस्यों के साथ मुलाकात करेंगे.