स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर वीरता पुरस्कारों का ऐलान किया गया है और इस बार 2 सर्वोच्च वीरता पुरस्कार जम्मू-कश्मीर पुलिस को मरणोपरांत मिला है. जम्मू-कश्मीर के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (ASI) बाबू राम और कांस्टेबल अल्ताफ हुसैन भट को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश के सर्वोच्च और दूसरे सर्वोच्च शांतिकालीन वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. जबकि शौर्य चक्र भी जेके पुलिस के SPO शाहबाज अहमद को मिला है.
एएसआई बाबू राम को शांतिकाल के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार अशोक चक्र से सम्मानित किया गया है, जबकि कांस्टेबल भट को दूसरा सर्वोच्च कीर्ति चक्र दिया गया है. दोनों मरणोपरांत पुरस्कार कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान बहादुर सैनिकों के निस्वार्थ बलिदान के लिए हैं.
बाबू राम पिछले साल सितंबर में श्रीनगर के पंथा चौक में आतंकवादियों के खिलाफ विशेष अभियान दल का हिस्सा थे. उनके शानदार काम को देखते हुए दो बार आउट ऑफ टर्न प्रमोशन भी दिया गया था.
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शाहबाज अहमद को मरणोपरांत शौर्य चक्र
इसी तरह विशेष पुलिस अधिकारी (SPO) शाहबाज अहमद को भी मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है. शौर्य चक्र देश का तीसरा सर्वोच्च शांतिकालीन वीरता मरणोपरांत पुरस्कार है.
इसके साथ ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सभी सुरक्षा बलों सशस्त्र बलों, पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों को 144 वीरता पुरस्कारों को मंजूरी दे दी है. एएसआई बाबू राम और कांस्टेबल अल्ताफ हुसैन भट को दो शीर्ष सम्मानों के अलावा कुल 15 लोगों को शौर्य चक्र दिए गए हैं. साथ ही सेना को चार पदक (वीरता), 116 सेना पदक (शौर्य), पांच नौ सेना पदक (वीरता) और दो वायु सेना पदक (वीरता) भी दिए गए.
जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर अपने कुछ कर्मियों को अशोक चक्र, कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र सहित वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किए जाने के बाद शनिवार को सुरक्षा बल को बधाई दी है.
पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह को राष्ट्रपति पुलिस पदक
उत्तर प्रदेश कैडर और 1995 बैच के भारत के तेज-तर्रार पुलिस अधिकारियों में शुमार गौतमबुद्ध नगर के पहले पुलिस कमिश्रर आलोक सिंह को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पुलिस विभाग में विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से अलंकृत किया गया है. आईपीएस आलोक सिंह कानपुर और मेरठ रेंज के आईजी भी रह चुके है.
आलोक को 26 जनवरी 2021 को गृहमंत्री का उत्कृष्ट सेवा पदक, वर्ष 2017 में डीजीपी सिल्वर डिस्क, वर्ष 2019 में गोल्ड डिस्क, वर्ष 2021 में प्लेटिनम डिस्क से भी सम्मानित किया जा चुका है. आलोक सिंह द्वारा इटली और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में पुलिस ट्रेनिंग भी ली है और आगरा यूनिवर्सिटी तथा इटली से Intervention in disturbed societies तथा मसूरी एकेडमी से आपदा प्रबंधन के लिए State Resource Person के रूप में कार्य किया है. एयर इंडिया में वर्ष 2014 से वर्ष 2017 तक सुरक्षा निदेशक भी रह चुके हैं.