उधमपुर में बीएसएफ के काफिले पर हमला करने वाले पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद नावेद याकूब उर्फ उस्मान ने बुधवार को स्पेशल जज के सामने गर्म कपड़े मुहैया करवाने की गुहार लगाई है. उसने एनआईए की विशेष अदालत से कहा कि जेल में उसे ठंड लग रही है और उसके पास गर्म कपड़े नहीं है.
स्पेशल जज वाईपी कोतवाल ने हमले में शामिल आतंकी समेत सभी आरोपियों की न्यायिक हिरासत की अवधि 11 दिनों के लिए बढ़ा दी है. इसके साथ ही अदालत ने जेल प्रशासन को आदेश दिया है कि आतंकी को गर्म कपड़े मुहैया करवाए जाएं. यही नहीं, जज ने अपने आदेश में यह भी कहा है कि रिमांड अवधि तक हर 48 घंटे में नावेद की चिकित्सीय जांच करवाई जाए.
जानकारी के मुताबिक, बुधवार को विशेष अदालत में पेशी के दौरान नावेद ने जज से कहा, 'ठंड बढ़ गई है और मेरे पास गर्म कपड़े नहीं हैं. जेल में बहुत ठंड लगती है, इसलिए मुझे गर्म कपड़े दिलाने की कृपा करें.'
बुधवार को खत्म हो रही थी रिमांड की अवधि
गौरतलब है कि इसी साल पांच अगस्त को उधमपुर में बीएसएफ के काफिले पर आतंकी हमला किया गया था. इस दौरान पाकिस्तानी आतंकी नावेद को ग्रामीणों ने जिंदा पकड़ लिया था. इसके बाद से वह एनआईए या फिर न्यायिक हिरासत में है. बुधवार को उसके न्यायिक हिरासत की अवधि खत्म हो रही थी, लिहाजा उसे एनआईए की विशेष अदालत अदालत में पेश किया.
नावेद के साथ ही लश्कर के तीन ओवरग्राउंड वर्कर खुर्शीद अहमद भट्ट, शौकत अहमद भट्ट और शाबजार अहमद भट को भी कोर्ट में पेश किया गया. एनआईए के याचिका के आधार पर जज ने चारों की रिमांड अवधि 11 दिनों के लिए बढ़ाकर उन्हें कोट भलवाल जेल भेज दिया. उनकी अगली पेशी 28 नवंबर को होगी.
पाकिस्तान के फैसलाबाद का रहनेवाला है आतंकी
गिरफ्तार आतंकी नावेद पूछताछ में यह कबूल कर चुका है कि वह पाकिस्तान के फैसलाबाद का रहने वाला है और उसके दो भाई व एक बहन हैं. सूत्रों के मुताबिक, आतंकवादी ने कई राज उगले हैं, लेकिन केंद्रीय गृह मंत्रालय के सख्त निर्देश के बाद कोई भी मुंह खोलने को तैयार नहीं है.
पिता ने स्वीकारा उसका बेटा है नावेद
दूसरी ओर, इस हमले को लेकर पाकिस्तान की पोल खुल गई है. नावेद का घर पाकिस्तान के फैसलाबाद में मोहम्मदाबाद में स्थित है. खुईवाला के रफीक कॉलोनी में गली नं.- 3 में नावेद का घर है. आतंकी के पिता मोहम्मद याकूब ने स्वीकार किया है कि नावेद उसका बेटा है.
मारा जा चुका है हमले का मास्टरमाइंड
उधमपुर हमले के मास्टरमाइंड अबू कासिम को पहले ही 28 अक्टूबर को सुरक्षाबलों ने मार दिया है. वह कुख्यात आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर था. 28 अक्टूबर की देर रात 2 बजे घाटी के कुलगाम इलाके में सुरक्षाबलों से हुई मुठभेड़ में कासिम मारा गया. अबू कासिम के एनकाउंटर के लिए सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन चलाया था. सुरक्षाबलों को कासिम के कुलगाम के खांदीपुरा इलाके में होने की खबर मिली थी. कासिम और उसका एक साथी के कुलगाम स्थित खांदीपुरा गांव में एक मकान में छिपे थे.